खूबसूरती देख शोहदे ने पार कर दी हदें, क्षुब्ध होकर फांसी के फंदे पर झूली छात्रा
पिछले छह माह से कर रहा था परेशान, बुधवार को जबरन बाइक पर बिठा शादी करने का बनाया दबाव

कानपुर। वह पढ़ लिखकर डॉक्टर बनना चाहती थी। कक्षा दसवीं और बारवीं में प्रथम श्रृणी में उत्तीर्ण होकर आगे की शिक्षा जारी रखने के लिए कॉलेज के चक्कर लगा रही थी। पर उसके पीछे मोहल्ले का एक दबंग शोहदा पीछले छह माह से पड़ा हुआ था। छात्रा जब भी स्कूल के लिए निकलती तो वह उसे रोक लेता और प्यार का इजहार करता। छात्रा ने उसे कई बार समझाया लेकिन इश्कबाज नहीं माना। बुधवार को छात्रा एक कॉलेज गई थी, तभी पीछे से शोहदा भी पहुंच गया। जैसे ही वह बाहर निकली उसने तमंचा लगा जबरन बाइक पर बिठा लिया और सूनसान इलाके पर ले जाकर शादी का प्रस्ताव रख दिया। छात्रा ने उसके बात मानने से इंकार कर दिया तो उसे और खुद को गोली मारने की धमकी देते हुए भाग गया। शोहदे की धमकी से छात्रा डर गई और घर आकर फंखे पर फंदा डाल कर फांसी लगा ली। शाम के वक्त जब पिता घर लौटा तो बेटी को फंदे पर झूलता हुआ देखा। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मृतका के पिता से कम्प्रोमाइज का दबाव बनाने लगी। इसकी भनक जैसे ही मोहल्लेवालों को हुई तो वह थाने पहुंच गए और घेराव कर लिया। फंसता देख पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को अरेस्ट कर लिया।
बनना चाहती थी डॉक्टर
काकादेव थानाक्षेत्र के पांडुनगर स्थिम रामचरण मढैया क्षेत्र में राजेश अपनी बेटी कुसुम के साथ रहता है। राजेश मजदूरी कर अपनी बेटी को पढ़ा लिखा रहा था। बेटी भी डॉक्टर बन अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए मेहनत कर रही थी। लेकिन उसके रास्ते में सबसे बड़ी रूकावट खूबसूरती बन रही थी। वह मनचलों से बचने के लिए सीधे-साधे लिवाज में कपड़े पहनकर स्कूल जाती और सिर झुका कर घर आती, बावजूद कई मनचले उसके साथ छेड़छाड़ करते। उनकी हरकतें छात्रा बर्दाश्त करती रही, पर मोहल्ले के सचिन नाम के एक दबंग की नजर छात्रा पर पड़ी तो वह उसे दिल दे बैठा। आरोपी उसे पाने के लिए कई हथकंड आजमाए पर छात्रा ने उसको बता दिया कि मैं पढ़ना चाहती हूं और गरीब पिता को अच्छी जिंदगी देना चाहती हूं। तुम मुझे मत छेड़ो, मेरा पीछा करना छोड़ दो। लेकिन दबंग नहीं माना और आएदिन उसे परेशान करता रहा।
तो बच जाती मेरी बिटिया
दबंग की प्रताड़ता से आहत होकर छात्रा ने पूरी घटना की जानकारी अपने पिता को दे दी। पिता आरोपी के परिजनों के पास शिकायत लेकर गया तो रईसजादे के परिजनों ने उसे अपशब्द कहकर भगा दिया। पीड़ित बेटी को लेकर थाने गया, पर दरोगा ने एफआईआर लिखने के बजाए समझौते का दबाव बनाया। लाचार पिता अपनी बेटी को लेकर घर आ गया और उसे घर के अंदर रहने की सलाह दी। छात्रा के घर से बाहर नहीं निकलने पर दबंग उसके घर जबरन जाने लगा और शादी का दबाव बनाने लगा। पिता फिर पुलिस के पास गया और कार्रवाई नहीं करने पर एसएसपी से शिकायत की धमकी दी। मामला बड़ता देख पुलिस ने सचिन को उठा लिया। आरोपी का पिता शहर का बड़ा करोबारी है और भाजपा के एक विधायक से परिवारिक रिश्ते हैं को फोनकर बेटे को छुड़ाए जाने को कहा। विधायक के कहने पर पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया और इसी के बाद उसने बुधवार को उसके साथ ज्यादती करने की कोशिश की। इसी से क्षुब्ध होकर छात्रा ने फांसी लगा ली। मृतका के पिता का कहना है कि अगर पुलिस आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करती तो उसकी बेटी आज जिंदा होती।
मोहल्लेवालों ने थाने का किया घेराव
मृतका के पिता ने घटना की जानकारी मोहल्लेवालों को दी। सैकड़ों की संख्या में लोग काकादेव थाने पहुंच गए और घेराव कर लिया। मामला बड़ता देख पुलिस के अलाधिकारी मौके पर पहुंचे। सीओ स्वरूप नगर ने आरोपी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करवाई और आरोपी को घर से अरेस्ट कर लिया। पुलिस की कार्रवाई के बाद लोग शांत पड़े। स्थानीय लोगों ने बताया कि कानपुर में दो माह के दौरान यह तीसरी छात्रा है, जिसने शोहदे से तंग आकर अपनी जान दे दी। अंतुम कहते हैं कि कल्याणपुर की एक छात्रा जो छत्रपति शाहूजी महाराज में बीसीए की पढ़ाई कर रही थी। दो शोहदे से आएदिन छेड़ते थे। छात्रा ने एचओडी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई पर कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते उसने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। इसके बाद जिले के अलाधिकारी जागे और चौकीइंचार्ज, एचओडी समेत दोनों शोहदों को पकड़ कर जेल भेजा।
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