राष्ट्रवाद का पढाया जा रहा पाठ
केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान समय काम करने का है, आंदोलन करने का नहीं। जो लोग सबका साथ और सबका विकास करने में जुटे हैं, वे श्रीराम के विषय में भी सोच रहे हैं। उन्होंने बताया कि विहिप का प्रशिक्षण वर्ग हर वर्ष आयोजित किया जाता है। यह पूरे देश में होता है। इसे सियासत के तौर पर नहीं देखना चाहिए। कहा, विहिप गांव,गली,कस्बों में युवाओं को जोड़ने के साथ राष्ट्रवाद और देशहित में काम करने के लिए प्रशिक्षण शिविर चला रहा है।
तीन स्तरों का होता है प्रशिक्षण
चंपतराय ने कहा कि प्रशिक्षण वर्ग के माध्यम से युवाओं, महिलाओं, छात्रों और अन्य कार्यकर्ताओं को कठिनाइयों से किस तरह निकल सकते हैं, इसका प्रशिक्षण मिलता है। इसी तरह वर्ग में अपने अंदर की बुराइयों की जानकारी दी जाती है, जिससे उसका निराकरण कर आगे निकला जा सके। उन्होंने बताया कि विहिप का यह प्रशिक्षण वर्ग तीन स्तरों का होता है, जिसमें बजरंगदल, दुर्गावाहिनी और विहिप तीनों शामिल हैं। देश में यह 100 से अधिक स्थानों पर अलग-अलग समय में आयोजित किया जाता है।
600 से ज्यादा कार्यकर्ता रहे मौजूद
शिविर उद्घाटन के अवसर पर लखनऊ क्षेत्र के संगठन मंत्री अंबरीश, वर्गाधिकारी राधेश्याम, प्रांतीय मंत्री दीनदयाल गौड़, विद्यालय के प्रबंधक राजीव महाना सहित करीब 600 कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस मौके पर चंपतराय ने कार्यकर्ताओं से कहा कि भारत विश्वगुरू बनने की दहलीज पर खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के पथ पर चल पड़ा है और हमें भी उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।