scriptATM से रुपये निकालने वालों के लिये जरूरी खबर, आधे ज्यादा एटीएम में नहीं निकलेंगे ये नोट, जानिये वजह | No Rs 2000 Note in almost Half of ATM in Kanpur Here the Reason | Patrika News

ATM से रुपये निकालने वालों के लिये जरूरी खबर, आधे ज्यादा एटीएम में नहीं निकलेंगे ये नोट, जानिये वजह

locationकानपुरPublished: Mar 02, 2021 10:40:46 am

बैंकों की ओर से ग्राहकों को दे दी गई है जानकारी
कानपुर में विभिन्न बैंकों के करीब 1100 एटीएम हैं
नोटों की कमी और खराब नोट के चलते है किल्लत

atm.jpg

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

कानपुर. अगर आप एटीएम से रुपये निकालने जा रहे हैं तो शायद 2000 रुपये के नोट न मिलें। दो हजार रुपये के नोट लेना हो तो आपको काउंटर पर जाना पड़ेगा। कानपुर में एटीएम कार्ड धारकों को इस परेशानी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि यहां के करीब आधे एटीएम में 2000 रुपये के नोट वाले कैसेट खत्म कर दिये गए हैं। यानि इन एटीएम में 2000 रुपये के नोट नहीं नहीं डाले जाने का सिस्टम ही हटा दिया गया है। कानपुर में कुल 1100 एटीएम हैं, जिनमें से करीब 500 में अब 2000 रुपये के नोट नहीं डाले जाएंगे। ऐसे में अगर आपको दो रुपये के नोट की जरूरत है तो इसके लिये बैंक की शाखा का रुख करना होगा।

 

बैंकों ने दी जानकारी

एटीएम में 2000 रुपये के नोट न डाले जाने की जानकारी बैंकों की ओर से खाताधारकों को दे दी गई है। इंडियन बैंक के एटीएम में एक मार्च से ही 2000 के नोट निकलना बंद हो गए हैं। उधर कई दूसरे बैंकों ने भी इसी तरह के फैसले किये हैं। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपनी एटीएम मशीनों में अब 2000 रुपये के नोट नहीं लोड करने का फैसला किया है। उधर अन्य बैंक भी इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक आदि भी ज्यादातर 500 और 200 रुपये के नोट ही लोड कर रहे हैं।

 

क्यों किया ये फैसला

बैंकों द्वारा कई एटीएम में 2000 रुपये के नोट न डालने के पीछे मुख्य रूप से दो वजह है। एक तो इन नोटों की किल्लत और दूसरे खराब नोट। सरकार ने दो हजार रुपये के नोटों को बंद नहीं किया है, लेकिन किन्हीं वजहों से दो हजार रुपये के नोटों की छपाई करीब दो साल से बंद है। कहा ये भी जा रहा है कि 2019-20 और 2020-20 के दौरान 2000 के नोटों की छपाई का कोई ऑर्डर भी नहीं मिला है। बैंकों का कहना है कि उन्हें भी आरबीआई की ओर से दो हजार के नोट नहीं मिले हैं। ऐसे में पुराने नोट ही चलन में हैं जो लोगों के हाथों से होते हुए जब बैंक में गंदे, मुड़े हुए और कभी-कभी फटे भी पहुंचते हैं। इसके चलते एटीएम से इन नोटों के निकलने में परेशानी होती है और खराब नोटों को बदलवाने के लिये लोग बैंक की शाखाओं का चक्कर भी लगाते हैं।


क्या नोटों की कमी है

सरकार ने जब नोटबंदी की तो उसके बाद 2017 तक के आंकड़े बताते हैं कि कुल करंसी का 50 फीसदी 2000 रुपये के नोट थे। लेकिन धीरे-धीरे इनका आकार घटता गया। एक साल बाद ही यह 37 प्रतिशत पर आई और 31 प्रतिशत तक चली गई। कहा जा रहा है कि फिलहाल 23 फीसदी ही दो हाजर के नोट बचे हैं। 31 मार्च 2019 तक दो हजार के 329.10 करोड़ नोट चलन में थे जो 31 मार्च 2020 तक घटकर 273.98 करोड़ पर आ गए।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो