बैंकों ने दी जानकारी
एटीएम में 2000 रुपये के नोट न डाले जाने की जानकारी बैंकों की ओर से खाताधारकों को दे दी गई है। इंडियन बैंक के एटीएम में एक मार्च से ही 2000 के नोट निकलना बंद हो गए हैं। उधर कई दूसरे बैंकों ने भी इसी तरह के फैसले किये हैं। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपनी एटीएम मशीनों में अब 2000 रुपये के नोट नहीं लोड करने का फैसला किया है। उधर अन्य बैंक भी इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक आदि भी ज्यादातर 500 और 200 रुपये के नोट ही लोड कर रहे हैं।
क्यों किया ये फैसला
बैंकों द्वारा कई एटीएम में 2000 रुपये के नोट न डालने के पीछे मुख्य रूप से दो वजह है। एक तो इन नोटों की किल्लत और दूसरे खराब नोट। सरकार ने दो हजार रुपये के नोटों को बंद नहीं किया है, लेकिन किन्हीं वजहों से दो हजार रुपये के नोटों की छपाई करीब दो साल से बंद है। कहा ये भी जा रहा है कि 2019-20 और 2020-20 के दौरान 2000 के नोटों की छपाई का कोई ऑर्डर भी नहीं मिला है। बैंकों का कहना है कि उन्हें भी आरबीआई की ओर से दो हजार के नोट नहीं मिले हैं। ऐसे में पुराने नोट ही चलन में हैं जो लोगों के हाथों से होते हुए जब बैंक में गंदे, मुड़े हुए और कभी-कभी फटे भी पहुंचते हैं। इसके चलते एटीएम से इन नोटों के निकलने में परेशानी होती है और खराब नोटों को बदलवाने के लिये लोग बैंक की शाखाओं का चक्कर भी लगाते हैं।
क्या नोटों की कमी है
सरकार ने जब नोटबंदी की तो उसके बाद 2017 तक के आंकड़े बताते हैं कि कुल करंसी का 50 फीसदी 2000 रुपये के नोट थे। लेकिन धीरे-धीरे इनका आकार घटता गया। एक साल बाद ही यह 37 प्रतिशत पर आई और 31 प्रतिशत तक चली गई। कहा जा रहा है कि फिलहाल 23 फीसदी ही दो हाजर के नोट बचे हैं। 31 मार्च 2019 तक दो हजार के 329.10 करोड़ नोट चलन में थे जो 31 मार्च 2020 तक घटकर 273.98 करोड़ पर आ गए।