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आईआईटी अब आत्मनिर्भर भारत का सपना करेगा पूरा, ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को ट्रेंड कर दिलाएंगे रोजगार

locationकानपुरPublished: Apr 05, 2021 01:56:54 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

आईआईटी में इसके लिए रणजीत सिंह रोजी शिक्षा केंद्र की स्थापना कर उसमें कम पढ़े लिखे लोगों को ऐसा प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे रोजगार कर अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

आईआईटी अब आत्मनिर्भर भारत का सपना करेगा पूरा, ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को ट्रेंड कर दिलाएंगे रोजगार

आईआईटी अब आत्मनिर्भर भारत का सपना करेगा पूरा, ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को ट्रेंड कर दिलाएंगे रोजगार

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं व महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हे आत्मनिर्भर बनाने का वीणा अब आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) ने उठाया है। इंजीनियर और वैज्ञानिक तैयार करने के अतिरिक्त आईआईटी अब ग्रामीण महिआओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे। आईआईटी में इसके लिए रणजीत सिंह रोजी शिक्षा केंद्र (Rozi Shiksha Kendra) की स्थापना कर उसमें इन कम पढ़े लिखे लोगों को ऐसा प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे रोजगार कर अपने पैरों पर खड़े हो सकें। साथ ही छोटे उद्योगों को स्थापित करने में भी मदद करेगा।
पूर्व छात्र ने दिए थे 14 करोड़

बताया गया कि इस नई पहल का शुभारंभ कानपुर के आसपास के गांवों से होगी। बाद में पूरे देश के गांवों में यह प्रक्रिया लागू की जाएगी। ताकि आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा हो सके। इसके लिए आईआईटी कानपुर प्रयासरत है। इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए संस्थान के ही एक पूर्व छात्र रणजीत सिंह 14 करोड़ रुपए दान किए थे। जिससे आईआईटी में रोजी शिक्षा केंद्र नाम से अलग भवन बनाया गया है। इसमें ग्रामीण महिलाओं व युवाओं को शिक्षा के साथ कंप्यूटरीकृत उपकरण व अत्याधुनिक मशीनों को चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण प्रो. संदीप संगल व उन्नत भारत अभियान की रीता सिंह द्वारा दिया जाएगा।
इस तरह के प्रशिक्षण से होगी शुरुवात

बताया गया कि जल्द ही प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। आपको बता दें कि रोजी शिक्षा केंद्र में इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे घर या गांव में छोटे उद्योग के रूप में काम शुरू हो सके। शुरुआत में फैशन डिजाइनिंग, टेलरिंग, होजरी, मूर्तिकला, शिल्पकला, पाककला के साथ साबुन व तेल बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकेे अतिरिक्त केंद्र में प्रशिक्षण के साथ शॉर्ट टर्म कोर्स भी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए निशुल्क संचालित किए जाएंगे। इसके लिए जल्द प्रारूप तैयार किया जाएगा।

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