बता दें कि अभी तक एसटीपी का मेंटीनेंस जल निगम कर रहा है, जिसमें कई प्रकार की खामियां सामने आ रही हैं. केंद्र सरकार ने संचालन में आ रही दिक्कतों को दूर करते हुए प्राइवेट कंपनी को नियुक्त करने का फैसला लिया. इसके बाद टेंडर प्रक्रिया के तहत मुंबई की कंपनी शाहपुरजी पालनजी कंपनी ने सबसे कम बिड करते हुए टेंडर हासिल कर लिया. कंपनी ए महीने में कार्य शुरू कर देगी.
केंद्र और राज्य सरकार ने कुंभ से पहले गंगा को हर हाल में साफ करने का बीड़ा उठाया है. इसमें एसटीपी और सीईटीपी का अहम रोल है. मुंबई की कंपनी शाहपुरजी पालनजी कंपनी पनका में 30 एमएलडी, उन्नाव में 15 एमएलडी और शुक्लागंज में 5 एमएलडी का निर्माण भी करेगी, जिसकी निर्माण की लागत क्रमश: 50 करोड़, 25 करोड़ और 15 करोड़ है. इसके अलावा जाजमऊ में पुराने पड़ चुके 130 एमएलडी के एसटीपी को नए सिरे से शुरू किया जाएगा, जिसकी लागत 100 करोड़ होगी.
कंपनी को 15 साल तक सभी एसटीपी का मेंटिनेंस करना होगा. मेंटेनेंस कार्य के लिए 500 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा और स्टेट गंगा रिवर कंजर्वेशन एजेंसी ने ग्लोबर टेंडर के आदेश दिए थे. अभी तक एसटीपी का संचालन अलग-अलग कंपनी कर रही थीं.
कई कंपनियों को अलग-अलग कार्य सौंपे गए थे, इससे जब खराबी आती थी तो सभी एक-दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ लेते थे और रोजाना करोड़ों लीटर का सीवेज गंगा में जाता है. इससे गंगा को साफ करने का मिशन फेल हो रहा था. एक कंपनी के पास टेंडर आने से पूरी जिम्मेदारी कंपनी की होगी और पैसे की कमी भी नहीं होगी, जिससे संचालन सही तरीके से हो सकेगा.
इस बारे में जल निगम के जीएम आरके अग्रवाल कहते हैं कि केंद्र सरकार कानपुर के साथ ही प्रदेश के सभी एसटीपी का खर्च उठाएगी. इसके लिए ग्लोबल टेंडर किए गए थे, मुंबई की कंपनी शाहपुरजी पालनजी कंपनी को टेंडर 813 करोड़ में मिला है. 1 महीने में कंपनी कार्य शुरू कर देगी.