अब इस तरह देनी होगी पूरी रिपोर्ट दरअसल उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में अक्सर शिक्षकों के नदारत रहने से बच्चों की शिक्षण व्यवस्था प्रभावित रहती है। एमडीएम सहित अन्य योजनाओं में बच्चों की फर्जी संख्या दिखाकर बड़े पैमाने पर धन का गोलमाल किया जाता है। इससे बच्चों की शिक्षा समेत सरकार के धन का नुकसान होता है। इसलिए शासन ने तकनीकि आधारित प्रणाली अपनाने के बाद कुछ जिलों में मिले अच्छे रिस्पांस के बाद अब मोबाइल एप आधारित हाजिरी प्रणाली पूरे प्रदेश में लागू करने का फैसला किया है। विभाग ने एक एप तैयार करवाया है। अब शिक्षकों को हाजिरी सहित अन्य सूचनाएं भी इसी एप के जरिये भेजनी होगी।
अभी तक मैसेज से देते थे सूचना जिससे अब बीआरसी व एनपीआरसी जाने का हवाला देकर शिक्षकों के गायब रहने का सिलसिला खत्म किया जा सकेगा। विभाग ने अप्रैल से शुरू होने वाले नए सत्र से इस एप व्यवस्था को लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। जबकि अभी तक शिक्षक मोबाइल मैसेज के जरिये जानकारी देते थे। इसके कंट्रोल रूम ब्लाक स्तर पर बने थे। बावजूद इसके शिक्षकों ने इस व्यवस्था का तोड़ निकालकर पूरी व्यवस्था को चौपट कर दिया था लेकिन अब मोबाइल एप के द्वारा शिक्षक पर नजर रखी जा सकेगी। इससे शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त रहेगी।