अगर आप को ट्रैफिक रूल्स फॉलो न करने की बुरी आदत है तो अभी उसे बदल डालिए. क्योंकि भले ही आप चौराहे पर रूल्स तोड़कर ट्रैफिक पुलिस के सिपाही से बचकर निकल जाए. लेकिन आपके आसपास चल रहे जिम्मेदार नागरिक की नजर से बचना आपके लिए मुश्किल होगा.
इस एप को इस्तेमाल करने के लिए राहगीर को एप में अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके लिए उसे अपना पूरा नाम, मोबाइल नंबर, वाहन का नंबर और लाइसेंस नंबर जैसी जानकारियां भी देनी होगी. रजिस्ट्रेशन कंफर्म होने के बाद एप को यूज किया जा सकता है. लॉगइन करते वक्त यूजर को अपना मोबाइल नंबर इस एप पर अपलोड करना होगा, जिस पर भेजे गए ओटीपी के मैच करते ही यूजर ऐप में एंटर कर जाएगा.
उन्होंने बताया कि हाल ही में लॉन्च इस ऐप की मदद से राहगीर को एरिया में ट्रैफिक की जानकारी, चालान संबंधी जानकारी समेत अन्य जरूरी जानकारियां मिल सकेंगी. हालांकि अभी राहगीर के फोटो अपलोड करने में आ रही कुछ तकनीकि दिक्कतों के चलते एप को अपग्रेड किया जा रहा है. इसके चलते वर्तमान में एप में रजिस्टे्रशन नहीं हो पा रहा है, लेकिन जल्द ही यह एप फिर से ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में अहम भूमिका निभाएगी.
इस बारे में एसपी ट्रैफिक सुशील कुमार कहते हैं कि ऐप की मदद से राहगीर भी ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में अहम भूमिका निभा सकेंगे. ट्रैफिक रूल्स तोडऩे वालों को अपनी आदत बदलनी होगी. ऐप में कुछ तकनीकि बदलाव किए जा रहे हैं, जिसके बाद इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकेगा.