धातु का किया गया इस्तेमाल
ओईएफ ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर से धातु से बने बूट्स के बेस की डिजाइनिंग आदि के लिए सहयोग लिया है। अधिकारियों ने बताया कि सेना की आवश्यकता और विदेशों से मंगाए जा रहे बूटों की गुणवत्ता के अनुरूप क्रैंपन बूट्स बनाया गया है। इसका सैंपल डीआरडीओ को भेज दिया गया है। कोई सुधार बताया जाता है तो वह भी कर दिया जाएगा।
ओईएफ ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर से धातु से बने बूट्स के बेस की डिजाइनिंग आदि के लिए सहयोग लिया है। अधिकारियों ने बताया कि सेना की आवश्यकता और विदेशों से मंगाए जा रहे बूटों की गुणवत्ता के अनुरूप क्रैंपन बूट्स बनाया गया है। इसका सैंपल डीआरडीओ को भेज दिया गया है। कोई सुधार बताया जाता है तो वह भी कर दिया जाएगा।
विदेशी बूट्स के मुकाबले सस्ते
विदेशों से मंगाए जाने वाले बूट्स के मुकाबले ओईएफ में बना बूट्स 30 फीसद सस्ता होगा। अभी इटली व अन्य देशों से हर साल 30-40 हजार बूट्स आयात किए जाते हैं। सेना के साथ ही बर्फीले इलाकों में तैनात सीमा सुरक्षा बल समेत अन्य अद्र्धसैनिक बलों में भी इस बूट्स की खासी डिमांड है। इसके अलावा पर्वतारोहण करने वालों में भी इसकी मांग है। सेना की सप्लाई शुरू होने के बाद ओईएफ अन्य क्षेत्रों में भी बूट्स की आपूर्ति का मार्ग तलाशेगी।
विदेशों से मंगाए जाने वाले बूट्स के मुकाबले ओईएफ में बना बूट्स 30 फीसद सस्ता होगा। अभी इटली व अन्य देशों से हर साल 30-40 हजार बूट्स आयात किए जाते हैं। सेना के साथ ही बर्फीले इलाकों में तैनात सीमा सुरक्षा बल समेत अन्य अद्र्धसैनिक बलों में भी इस बूट्स की खासी डिमांड है। इसके अलावा पर्वतारोहण करने वालों में भी इसकी मांग है। सेना की सप्लाई शुरू होने के बाद ओईएफ अन्य क्षेत्रों में भी बूट्स की आपूर्ति का मार्ग तलाशेगी।
बूट्स की खास बात
बूट्स के बेस में लगे मेटल के नुकीले हिस्से बर्फ में पकड़ बनाते हैं। इसमें दाएं-बाएं और आगे पीछे लगे धातु के एंगल बर्फ के पहाड़ पर चढऩे में मदद करते हैं। ओईएफ में बना क्रैंपन बूट्स विदेशों के मुकाबले 30 फीसद सस्ता होगा।
बूट्स के बेस में लगे मेटल के नुकीले हिस्से बर्फ में पकड़ बनाते हैं। इसमें दाएं-बाएं और आगे पीछे लगे धातु के एंगल बर्फ के पहाड़ पर चढऩे में मदद करते हैं। ओईएफ में बना क्रैंपन बूट्स विदेशों के मुकाबले 30 फीसद सस्ता होगा।