हर रविवार को लगाते हैं चौपाल
मेयर प्रमिला पांडेय ने बताया कि आर्यनगर स्थित सब्जी मंडी के पास की बस्ती के कुछ लोग मेरे पास शिकायत लेकर आए कि ईसाई समाज के 50 से 60 बाशिंदे रविवार को यहां आते हैं और एक झोपड़ी के बाहर चौपाल लगा गरीबों को ईसाई धर्म अपनाने को कहते हैं। इसके बदले वो एक लाख से लेकर पांच लाख रूपए के अलावा घर व अन्य सुविधाएं देने का ऑफर देते हैं। शिकायत के बाद मेयर हरकत में आई और सीधे बस्ती पहुंच गई। इस दौरान उन्हें सूट-बूट पहने कुछ पुरुष थे दिखे। उनके पास करीब 60 से 70 महिलाएं-युवतियां बैठी थीं। मेयर ने उनसे नाम और काम के बारे मे पूछा तो उन्होंने पादरी समाज का बताते हुए कहा कि, हम इन्हें धर्म का संदेश दे रहे हैं। मेयर ने तत्काल पुलिस-प्रशासन को सूचना दी। इस बीच ईसाई समुदाय के लोग धीरे-धीरे कर वहां से भाग खड़े हुए।
जांच के बाद कार्रवाई
मेयर की शिकायत पर एसपी संजीव सुमन फोर्स के साथ पहुंचे। मेयर ने उन्हें पूरे प्रकरण से अवगत करा कार्रवाई के लिए कहा। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। इस बीच बस्ती वालों ने बताया कि ये हर रविवार आते हैं। बस्ती वालों को जबरन बुलाते हैं। पैसा बांटते हैं, धर्म परिवर्तन का दबाव बनाते हैं। एक साल पहले बस्ती से कई परिवार गायब हो गए। पता किया गया तो मालूम पड़ा कि उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया है और वो खुद के मकानों में रहते हैं। राजू बताते हैं कि ईसाई समुदाय के लोग पैसे के साथ विदेश में बेहतर नौकरी का ऑफर भी देते हैं।
युवक-युवतियों को शादी का ऑफर
ईसाई धर्म अपनाने पर बस्ती के लोगों को जहां पैसा, नौकरी और मकान देने के लालच दिया जाता है तो वहीं अविवाहित युवक और युवतियों को शादी का ऑफर भी देते हैं। मामले पर मेयर ने कहा कि अब इस तरह की गतिविधि नहीं होनी चाहिए। यदि अपने लोगों को धर्म का संदेश देना है तो चर्च में बुलाएं। मेयर के मुताबिक, क्षेत्रवासियों ने बताया है कि 10-15 लोग की टोली हर रविवार बस्तियों में आती है और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाती हैं। आर्यनगर की बस्ती में मैंने खुद जाकर देखा। कहा, यदि अगले रविवार तक यहां सबकुछ बंद नहीं किया तो यहां बुलडोजर चलवा दिया जाएगा, क्योंकि यह केडीए की भूमि पर अवैध कब्जा है। मेयर ने पूरे मामले की जानकारी पत्र के जरिए डीएम को दे दी है।