इन ४० लोगों के लिए जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) ने आईआईटी कानपुर, मद्रा और आईआईएम कोलकाता के साथ मिलकर वीएलएफएम की शुरुआत की है। इसकी कक्षाएं सोमवार से आईआईटी में शुरू हो गईं। इस कक्षा में पढऩे वालों में कोई किसी बड़ी कंपनी का मैनेजर है तो कोई बड़ा अफसर। सभी लोग बड़ी-बड़ी मल्टनेशनल कंपनियों से जुड़े हुए हैं।
एक साल के इस कोर्स की सभी कक्षाएं १९ अक्टूबर तक यहीं आईआईटी में चलेंगी। इस बैच को संबोधित करते हुए आईआईटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि आप अब नई तकनीक और प्रबंधन के तौर तरीके सीखने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपके पास अनुभव है, जिसके जरिए नए क्षेत्र में आप नए मुकाम हासिल कर सकते हैं।
कोर्स पूरा करने के बाद इन लोगों को भी उसी तरह नौकरी दिलाई जाएगी, जिस तरह छात्रों को मौके दिए जाते हैं। छात्रों की ही तरह इनके लिए भी प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित की जाएगी। हालांकि इससे पहले इन्हें आईआईएम कोलकाता, आईआईटी मद्रास और फिर जापान के एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में मैनेजमेंट, नए प्रोडक्ट को तैयार करने, डिजाइनिंग, प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।