क्या है पूरा मामला
शया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो पत्र भेज कर सभी प्राथमिक मदरसे बंद करने की मांग की है। उनकी दलील है कि अगर यह सभी प्राथमिक मदरसे बंद नहीं हुए तो भारत में 15 वर्ष में आधे मुस्लिम आइएसआइएस समर्थक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सब मदरसे मुसलमानों को सामाजिक शिक्षा से दूर कर रहे हैं। देवबंद और वहाबी मदरसे, मुसलमान बच्चों में इस्लाम का गलत प्रचार करके जेहाद के लिए तैयार कर रहे हैं। कट्टरपंथी मानसिकता उनके जेहनों में भरी जा रही है। इन्हीं देवबंद और वहाबी मदरसों से देश में जेहाद की लड़ाई शुरु होगी। हमको अपने बच्चों ने इनसे बचाना होगा। इसी के बाद पूरे देश की सियासत गर्म हो गई और मुस्लिम संगठन वसीम रिजवी के खिलाफ सड़क पर उतर आए।
पहली निकाली अथी और फिर
एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी की अगुवाई में समर्थक बगाही से वसीम रिज़वी की प्रतीकात्मक अर्थी लेकर निकले। अर्थी लेकर निकलने वालों को देखकर पहले तो इलाकाई लोग ठिठक गए। बाद में इसकी जानकारी पुलिस को हुई। प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए बाकरगंज चौराहे पर पहुंचे और अर्थी को आग के हवाले कर वसीम रिजवी को चेयरमैन पद से हटाए जाने की मांग की। इस बीच पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों से झड़प शुरू हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली चली गई।
एसएसपी से की शिकायत
एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी ने बताया कि पुलिस ने उनके साथ ही आसिफ कादरी, आरिफ अंसारी को जीप में डालकर कोतवाली ले गए। उन्होंने बताया कि लाठीचार्ज में जावेद मोहम्मद खान, सैयद शाबान, फहद जावेद, रईस अंसारी राजू, शहनवाज अंसारी आदि को चोट लगी। बाद में बाबूपुरवा पुलिस के खिलाफ एसएसपी को ज्ञापन दिया गया और कांशारीम ट्रामा सेंटर में जाकर मेडिकल कराया। हयात का कहना है कि कार्यक्रम के संबंध में 23 जनवरी को उन्होंने पुलिस-प्रशासन को सूचना दे दी थी। इसके बाद ही कार्यक्रम किया।
रिजवी को गिरफ्तार कर भेंजे जेल
हयात जफर हाशमी ने कहा कि मदरसों पर सवाल उठाने और मदरसा शिक्षा खत्म करने की मांग के बाद अब रिजवी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कहा कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने मदरसा शिक्षा पर निराधार और बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।उन्होंने मदरसों को आतंक से जोड़कर बड़ा पाप किया है, इसलिए इन्हें माफी नहीं दी जा सकती। हम इनके बयान की घोर निंदा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की मांग करते हैं। कहा कि अगर सरकार वसीम रिजवी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करती है तो हम लखनऊ से दिल्ली तक विरोध करने पर मजबूर होंगे।