कानपुर देहात के रसूलाबाद थाना क्षेत्र के भीटी कुर्सी के रहने वाले रशीद कर्नाटक के बंगलुरु में किसी तंबाकू फैक्ट्री में कार्य करते थे। वर्ष 2018 में फैक्ट्री में एक घटना दौरान उसकी मौत हो गई थी। पत्नी रेहाना ने बताया कि जब पति का शव यहां गांव लाया गया तो साथ में फैक्ट्री मालिक भी आए थे। उन्होंने मुआवजा देने की बात तत्कालीन प्रधान कमलेश देवी के सामने कही थी और समझौता भी हुआ था। बाद में वह लोग मुकर गए और बच्चों रश्मि, मुवीन, सायरा व शहादत के लालन पोषण में दिक्कत हो गई। मामले को लेकर उसने कोर्ट में मुकदमा दायर किया था और मुआवजे की मांग की थी।
कोर्ट के आदेश पर स्व. रशीद के शव को लेने के लिए बंगलुरु के थाना माडनाय कनाली पुलिस के एसआइ एस. मुरलीधरन पुलिसकर्मियों के साथ बुधवार को भीटी गांव पहुंचे। एसडीएम अंजू वर्मा व रसूलाबाद पुलिस के साथ वह लोग गांव पहुंचे और श्रमिक लगाकर कब्र को खुदवाकर अस्थिपंजर बाहर निकाले। एसडीएम ने बताया कि अस्थिपंजर का यहीं पर पोस्टमार्टम होगा और डीएनए टेस्ट होगा। कोर्ट यह तस्दीक करेगी कि शव रशीद का ही है। बाकी कार्रवाई कर्नाटक बंगलुरु से ही की जाएगी।