दुकान में जहां मिठाई बनाई जा रही थी, वहां इस कदर गंदगी थी कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी भी देखकर हैरान रह गए. बता दें कि यह वहीं मिष्ठान भंडार है, जहां 2014 में 15 अगस्त के दिन बच्चे लड्डू खाकर 176 बच्चे बीमार हो गए थे. इस कार्रवाई में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा अशोक नगर स्थित इलाहाबाद नमकीन और कैलाश स्वीट्स में भी छापेमारी की गई. तीनों दुकानों से 9 सैंपल भरे गए.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी कन्हैया लाल यादव, देवेंद्र कुमार, कमल नारायण सिंह ने गणेश मिष्ठान में छापेमारी कर खोये व छेने के 2 सैंपल, बर्फी का 1, खोये की मिठाई का 1, और बूंदी के लड्डू का 1 सैंपल भरा गया. इसके बाद टीम ने अशोक नगर स्थित इलाहाबाद नमकीन से मिल्क केक और काजू बर्फी का एक-एक सैंपल और कैलाश स्वीट्स से केसर बट्टी व पनीर का एक-एक सैंपल भरा गया. विभाग के अभिहित अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद वाद दायर किया जाएगा. वहीं देर शाम नर्वल स्थित खोया फैक्ट्री में जांच की जा रही थी.
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा 24 साल पहले रमईपुर से दाल का सैंपल भरा गया था, जांच में उसमें खेसारी पाया गया था. एमएम-फर्स्ट की कोर्ट वाद दायर किया गया था. 29 अक्टूबर को आए इस फैसले में कोर्ट ने आरोपी नफीस को 6 महीने का साधारण कारावास और 2 हजार रुपए का जुर्माना लगाने के आदेश दिए. बता दें कि 19 अप्रैल 1994 को खाद्य निरीक्षक अजीत सिंह की ओर से रमईपुर थाना बिधनू स्थित खाद्य कारोबारी नफीस की दुकान पर छापेमारी की थी. मिलावट होने के शक में चने की दाल का सैंपल भरा गया था.