कानपुर देहात के गजनेर कस्बा निवासी सतेंद्र पाल सिंह उर्फ पप्पू सिंह का पुत्र प्रशांत एक बीज कंपनी में सेल्समैन था। यहां वह बीज बिक्री के साथ दुकानों से रुपये वसूली भी करता था। बीते दिन उसने बीज बिक्री के 30 हजार रुपये वसूले थे, जो उसे कंपनी में जमा करने थे। किसी तरह वे रुपये कहीं गिर गए। वसूले गए रुपये गिरने से प्रशांत बेहद परेशान हो गया। तनावग्रस्त होने पर ये बात उसने किसी को नही बताई और घर में कमरे में टंगे पंखे से रस्सी का फंदा बनाकर उसने जान दे दी। किसी काम से कमरे में गए बड़े भाई राहुल ने उसे फंदे से लटकता देखा तो उसकी चीख पुकार निकल पड़ी। शोर मचा तो अन्य परिजन भी पहुंच गए।
इसके बाद युवक को लटकता देख घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव फंदे से उतरवाया। प्रशांत के कपड़ों में पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें उसने लिखा है कि मेरे 30 हजार रुपये जो दुकानों से वसूले थे, कहीं गिर गए। पापा आप परेशान मत होना। मैं आपको ज्यादा परेशान नही करना चाहता हूँ, मैं जा रहा हूं। ग्राम प्रधान पुत्र योगेन्द्र सिंह ने बताया कि परिवार में बड़ा भाई व बहन एकता है। बहन की शादी हो चुकी है। सतेंद्र की पत्नी का कई वर्ष पहले देहांत हो चुका है।