दूसरी ओर ट्रेन संचालन शुरू होने को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बरकरार है। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने यात्री ट्रेन चलाए जाने के संबंध में अभी तक कोई निर्णय न आने की बात कही है। कोरोना वायरस को लेकर देश में लॉक डाउन घोषित होने के बाद रेलवे ने पहले कई ट्रेनें रद कर दी थीं, बाद में 14 अप्रैल तक के लिए देश में ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। इसके बाद यात्रियों के आरक्षित रेलवे टिकटों का ऑनलाइन रिटर्न की भी बात कही थी। साथ कहा गया था कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वहां टिकट बुक किए जाएंगे।
रेलवे के बुकिंग काउंटर फिलहाल बंद हैं। लोगों ने तेजी से ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग करनी शुरू कर दी है जिससे ट्रेनों में सीटों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। सेंट्रल से नई दिल्ली को जाने वाली कानपुर शताब्दी में एग्जीक्यूटिव श्रेणी में शाम 4.30 बजे तक 34 सीट, लखनऊ से नई दिल्ली को जाने वाली पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस की एग्जीक्यूटिव श्रेणी में 12 सीटे शेष हैं। वहीं महाबोधि व गोरखधाम एक्सप्रेस में स्लीपर श्रेणी में तो प्रतीक्षा सूची आ गई है। उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि यात्री ट्रेनों को चलाने का निर्णय रेलवे बोर्ड लेगा, ट्रेनों का परिचालन कब शुरू होगा इस संबंध में अभी कोई आदेश नहीं मिला है।