यह भी पढ़ें: नकली पुलिस बन वसूली करने वालों में विकास दुबे का भांजा भी सम्मिलित, पुलिस खंगाल रही रिकॉर्ड नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. परवेज खान ने बताया कि ऑप्टिक न्यूराइटिस का पहला मरीज आया है। जबकि आर्टरी ब्लॉकेज के मरीज कई आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि उसकी आंखों की रोशनी प्रभावित है। इस मरीज ब्लैक फंगस का नया प्रभाव सामने आया है। कि फंगल संक्रमण से नसों में सूजन आ जाती है। उन्होंने दावा किया कि अभी तक देशभर में ऑप्टिक न्यूराइटिस का कोई केस सामने नहीं आया। शोध पूरा होने के बाद इसे अंतरराष्ट्रीय जर्नल में भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि आने वाले सभी ब्लैक फंगस के मामलों पर भी अध्ययन किया जा रहा है। बताया कि नेत्ररोग विभाग में ऑर्टरी ब्लॉकेज के अधिक रोगी आए। ज्यादातर मरीज कोरोना से उबरने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट आए। इससे उन्हें ब्लैक फंगस का भी संक्रमण हुआ। उनके अनुसार कोरोना की पहली लहर में ऑर्टरी ब्लॉकेज का सिर्फ एक रोगी आया था। दूसरी लहर में इसके छह रोगी आए, सभी का हैलट में इलाज चल रहा है।