राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (Rashtreeya Swasthya Mishan) की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सीएमओ को जारी पत्र में स्पष्ट किया है कि 18 से 44 साल के युवाओं का वैक्सीनेशन बीते एक मई से किया जा रहा है। अभी तक बरेली, गोरखपुर, लखनऊ, प्रयागराज, मेरठ, कानपुर और वाराणसी में वैक्सीनेशन हो रहा है। फिर पूरे राज्य में किया जाएगा। उन्होंने पत्र में बताया कि सरकार को जानकारी मिली है कि पंजीकरण के बाद अन्य राज्यों के युवाओं का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। जिसके चलते यूपी के लोग वैक्सीनेशन के लाभ से वंचित हो रहे हैं, जबकि वैक्सीनेशन का पूरा खर्च यूपी सरकार उठा रही है।
इसी के चलते निदेशक ने कहा है कि वैक्सीनेशन से पहले लगवाने वाले की पहचान की जाए कि वह यूपी का रहना वाला है या नहीं। इसके लिए आधार कार्ड की मूल कॉपी देखें। आधार में यदि प्रदेश का निवासी है तो टीका लगाया जाए अन्यथा नहीं। क्योंकि अब स्पष्ट कर दिया गया है कि वैक्सीन लगाने के लिए यूपी का निवासी होना जरूरी है। अन्य दूसरे राज्यों के लोगों का यूपी में वैक्सीनेशन किसी भी रूप में नहीं किया जाएगा।