कानपुर देहात के बलाई बुजुर्ग गांव निवासी तेज सिंह की पुत्री शिवांगी आईटीआई की छात्रा थी। उसने परिवार के ही एक युवक से दोस्ती कर ली। इससे गुस्साए परिजनों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और रातो रात पुलिस को सूचना दिए बगैर ही समीप की सेंगुर नदी में उसे बोरे में भरकर फेंक दिया। किसी ग्रामीण ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने परिजनो को हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ में उन्होंने पुत्री के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद उसके शव को नदी में डालने की बात कही।
इस पर पुलिस ने उन्नाव से गोताखोर बुलाकर शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जिसमें उसके गले की हड्डी टूटने व गाल कनपटी में चोट के निशान की बात सामने आती। कड़ाई से पूछताछ पर माता पिता ने हत्या की स्वीकारोक्ति की। जिसके बाद गांव के चौकीदार की तरफ से हत्या करने व साक्ष्य मिटाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई। थानाध्यक्ष नीरज यादव ने बताया कि चौकीदार की तरफ से हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है।