बीते गुरुवार की सुबह कुशीनगर में स्कूली वैन मानव रहित क्रासिंग पार करते समय चालक की लापरवाही से ट्रेन से टकरा गई। जिसमें 13 मासूमों की मौत हो गई। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार ने स्कूली वाहनों पर शिकंजा कसने के साथ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके क्रम में अपर परिवहन आयुक्त प्रशासन आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने 27 अप्रैल से 11 मई तक स्कूली बसे व स्कूल में ठेके पर संचालित हो रहे वाहनों का पूरी तरह से मानक चेक व अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मानकों की अनदेखी पाए जाने पर स्कूल संचालक व वाहन स्वामी, ड्राईवर के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिसकी रिपोर्ट प्रतिदिन परिवहन अधिकारियों को शाम पांच बजे तक आयुक्त कार्यालय मेल भेजनी होगी।
शासन से मिले दिशा निर्देश के बाद एआरटीओ प्रवर्तन सुनील दत्त की टीम ने अकबरपुर, माती, रूरा रोड, नेशनल हाइवे आदि पर रुक रुक कर चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान सड़कों पर दौड़ रहे मानक विहीन वाहन भी इधर उधर भाग निकले। कुछ स्कूलों में ठेके पर संचालित हो रहे बिना पंजीकरण के वाहन विद्यालय ही नहीं पहुंचे। देर शाम केंद्रीय विद्यालय माती के पास चेकिंग कर रहे एआरटीओ ने मानकों की अनदेखी करने तथा नियमों का उलंघन करने पर चार वैन का चालान कर सीज कर दिया। इस दौरान सड़क किनारे खड़े कई वाहन के चालक गाड़िया छोड़कर मौके से भाग निकले। जिन वाहनों के मानक पूरे थे, उन्हें बच्चों को ले जाने दिया गया।
वहीं कार्रवाई की खबर के बाद परिजन स्वयं अपने बच्चों को लेने के लिए विद्यालय पहुंच गए। साथ ही विद्यालय के प्राचार्य को निर्देशित किया गया कि वह भी मानकों की अनदेखी करने वाले वाहनों को चिह्नित कर रिपोर्ट करें। एआरटीओ प्रवर्तन ने बताया कि 11 मई तक लगातार अभियान चलेगा। पिछले कई महीनों से लगातार चेकिंग कर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही पिछले सप्ताह की स्कूलों में वाहनों की चेकिंग की गई थी। जिसमें कई वाहन अनफिट मिले थे, उन पर कार्रवाई करने के साथ ही वाहनों की फिटनेस कराने के निर्देश दिए गए थे। फिलहाल अभी तक कोई अनफिट वाहन नहीं मिला है। फिर भी यातायात नियमों और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।