यहां नेगेटिव को पॉजिटिव बनाने का खेल करने वाली ज्ञान पैथोलॉजी से लोगों का भरोसा इस कदर टूटा कि यहां से जांच करा चुके लगभग 10 हजार लोग सन्न हैं। जबकि यहां से जांच करा चुके 30 पॉजिटिव मरीजों की सरकारी लैब में नेगेटिव रिपोर्ट आई है। यहां जांच कराने वाले बड़ी संख्या में कुछ लोगों के नाम-पते ही फीड नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग की नींद तब उड़ी जब सर्वाधिक पॉजिटिव मरीज ज्ञान पैथोलॉजी सेंटर से रिपोर्ट किए जा रहे थे। अब मामला खुला तो यहां से पॉजिटिव आए और इलाज करा चुके लोग परेशान हैं। जबकि पूर्व सीएमओ ने भी इस मामले को लेकर सवाल उठाए थे। मामले को लेकर तत्कालीन सीएमओ डॉ. एके शुक्ला ने भी कई प्रश्नचिन्ह लगाते थे।
उस समय निगेटिव महिला की पॉजिटिव रिपोर्ट दे दी गई थी। महिला की शिकायत पर सीएमओ ने जांच कराई थी। उस समय डाटा फीडिंग में चूक की बात लैब संचालक ने स्वीकार की थी। तब उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। इस मामले में जांच भी बैठाई गई थी। इस बीच दोबारा बड़ी संख्या में सरकारी जांच निगेटिव और प्राइवेट में पॉजिटिव होने की शिकायतें मिल रही थीं। इसे लेकर सीएमओ को मिली शिकायत डीएम के पास पहुंची। फिर जब पड़ताल की गई तो लोगों की आंखें खुली रह गई।