कुम्हारों ने एक दिन पूर्व से दीपक (दिए) बनाने का काम तेज कर दिया। ऐसा ही हाल कानपुर देहात में भी देखने को मिला। जहां भरी दोपहर में भी पुरुष चाक चलाकर दिए बनाने में जुटे हैं तो घरों की महिलाएं उनकी रंगाई पुताई में जुट गईं हैं। महिलाओं द्वारा सांचे के द्वारा डिजायनर दीपक बनाकर उन्हे भिन्न भिन्न रंगो से सजाने का काम जारी है। लॉकडाउन के चलते बाजार न खुलने पर लोग सोशल डिस्टेंस का पालन कर घरों में जाकर एक एक करके दीपक खरीद रहे हैं। फिलहाल जिले के लोग पूरी तरह से तैयार हैं और लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए दीपक जलाने की बात कह रहे हैं।
घर में दीपक बना रहे ओमनगर झींझक निवासी सुनील कुमार प्रजापति ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए जलाने की अपील के बाद से लोग घरों में आकर दीपक खरीद रहे हैं। स्टॉक में रखे दीपक ख़तम होने की वजह से दोपहर में दीपक बनाने का काम कर रहे हैं। हालांकि विकल्प में मोमबत्ती व टॉर्च भी है, लेकिन अधिकांश लोग दीपक पसंद कर रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री की अपील का एक तरफ लोग पालन कर रहे हैं वहीं हम लोगों को भी काफी राहत मिल जाएगी। सभी लोगों को दीपक उपलब्ध कराने की कोशिश जारी है।