काफी समय से घर परिवार और गांव से दूर रहकर महामारी की स्थिति में वापस लौटे इन लोगों की सुविधा का ध्यान रखते हुए प्रशासन ने घर और गांव के पास ही क्वारंटाइन होम बनाकर इन्हें आइसोलेशन में रखा है। ऐसा इसलिए किया गया है कि वे घर वालों और परिचतों को देख सकें और जिससे १४ दिन का समय काटने में कोई मुश्किल ना हो। लेकिन ये लोग इसका फायदा उठा रहे हैं और दिन भर क्वारंटाइन होम में रहते हैं, जबकि रात होते ही अपने घर भाग जाते हैं।
बाहर से आये इन लोगो पर प्रधान व पंचायत सचिवों का कोई दबाव नहीं बन पा रहा है। ये किसी की नहीं मानते और ज्यादा दबाव डालने पर झगड़े पर आमदा हो जाते हैं। जिससे कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ गया है। पंचायत सचिवों की जानकारी के बाद सीडीओ जोगिंदर सिंह ने इस तरह के लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा करा कर कार्रवाई की चेतावनी दी है। इसके बावजूद लोगों पर फर्क नहीं पड़ा है।
ग्राम प्रधानों व पंचायत सचिवों की माने तो क्वारंटाइन होम छोडक़र घर भाग रहे लोगों के परिवार वालों पर कार्रवाई की जरूरत है। यही लोग रात में इनको घरों में आश्रय दे रहे हैं। प्रधानों के सूचना देने या दबाव बनाने पर इनके परिजनों से रंजिश हो रही है। वहीं ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई न होने से अब प्रधान सूचना देने से भी कतरा रहे हैं। सीडीओ जोगिंदर सिंह ने कहा कि क्वारंटाइन होम छोडक़र घर भागने वालों के यहां नोटिस चस्पा कराई है। पंचायत सचिवों को इनके परिजनों की सूची बनाने को कहा गया है। इस तरह के लोगों की सूची डीएम को भेजकर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की कार्रवाई की जाएगी।