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कानपुर

अखिलेश-मायावती के गढ़ पर कब्जे के लिए भाजपा ने बनाया ये सीक्रेट प्लाॅन

मतदान से महज दो दिन पहले होगी रैली, पीउम मोदी डिम्पल यादव के संसदीक्ष क्षेत्र में कमल खिलाने के लिए लोगों को करेंगे संबोधित, यहां से चार अन्य सीटों पर कमल खिलाने के लिए कार्यकर्ताओं को देंगे जीत का मंत्र।

कानपुरApr 12, 2019 / 10:45 am

Vinod Nigam

pm modi can address rally in kannauj on april 27 in lok sabha election

अखिलेश-मायावती से के गढ़ पर कब्जे के लिए भाजपा ने बनाया सीक्रेट ये प्लाॅन

कानपुर। राजा जयचंद की नगरी कन्नौज में सियासी पारा अपने सबाब पर हैं। कई दशक तक कांग्रेस के हाथ के साथ रहने वाली कन्नौज की जनता पिछले 21 सालों से साइकिल पर सवार है। 2019 के संग्राम में सपा प्रमुख ने पत्नी डिम्पल को फिर से चुनाव के मैदान में उतार दिया है। 2014 में मामूली वोटों से हारी भाजपा इसबार सपा के किले में सेंधमारी के लिए बेजोड़ चक्रव्यूह तैयार कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुलायम के गढ़ पर कमल खिलाने के लिए 27 अप्रैल को आ रहे हैं। वो ये एक जनसभा को संबोधित करेंगे। रैली को सफल बनानें के लिए यूपी के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और कानपुर-बुंदेखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सतीश महाना को दी गई है जिम्मेदारी
पिछले चुनाव में मामूली वोटों से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डिम्पल यादव कन्नौज से चुनाव जीती थीं। पर 2019 में उन्हें घेरनें के लिए भाजपा ने पूरी तैयारी कर ली है। 13 अपैल को अमित शाह कानपुर-बंुदेलखंड की 10 लोकसभा सीटों, जिसमें कन्नौज भी शामिल, में कमल खिलाए जाने के लिए आ रहे हैं। पार्टी के कार्यकर्ताओं की मांग पर 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा जयचंद की नगरी में होनी है। जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। रैली की जिम्मेदारी सतीश महाना को दी गई है।

इसलिए ये तारीख चुनी
कन्नौज में चैथे चरण में हो रहे चुनाव के लिए मतदान 29 अप्रैल को होना है। चुनाव प्रचार 27 अप्रैल की शाम थम जाएगा। इससे कुछ घंटे पहले पीएम मोदी की रैली के कई सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं। मसलन, 25 अप्रैल को तिर्वा के ही डीएन कॉलेज मैदान में मायावती और अखिलेश की संयुक्त रैली गठबंधन प्रत्याशी डिंपल यादव के पक्ष में होनी है। 27 अप्रैल को प्रचार का आखिरी दिन होगा, इसलिए मोदी की रैली के बाद विरोधी दल के सामने ज्यादा कुछ प्रचार के लिहाज से करने को नहीं होगा।

सपा का मजबूत किला
आजादी के बाद लगातार 15 साल कन्नौज सीट पर कांग्रेस की तूती बोलती रही, लेकिन डाॅक्टर राम मनोहर लोहिया ने 1967 में कांग्रेस के हाथ से ये सीट छीन ली। 1998 के चुनाव में प्रदीप यादव सपा से सांसद चुने गए। उसके बाद से लगातार हुए 6 चुनाव से यह सीट सपा की झोली में है। 1999 में मुखिया मुलायम सिंह यादव, 2000 से लेकर 2009 तक अखिलेश यहां से चुने गए। 2012 उनकी पत्नी डिंपल यादव निर्विरोध चुनकर लोकसभा पहुंचीं। 2014 के चुननाव में सपा की सपा की डिंपल यादव को 4,89,164 वोट मिले, जबकि बीजेपी के सुब्रत पाठक को 4,69,257 वोट मिले। वहीं बसपा के निर्मल तिवारी को 1,27,785 वोट मिले थे।

बांदा में जनसभा
अखिलेश के गढ़ के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी 27 को ही बांदा में एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं। वर्तमान में बुंदेलखंड की 4 में 4 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। बांदा-चित्रकूट सीट से भाजपा ने वर्तमान सांसद का टिकट आरके पटेल का प्रत्याशी बनाया है, जिसके चलते वो विरोध में उतर आए हैं। दलित बाहूल्य क्षेत्र में पीएम मोदी की रैली का खास महत्व होगा। इस मामले पर मंत्री सतीश महाना ने बताया कि प्रदेश हाईकमान से तारीख की जानकारी मिली है। 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री की रैली प्रस्तावित है। लिखापढ़ी में कार्यक्रम मिलना बाकी है। फिलहाल तैयारियां चल रही हैं। रैली में फर्रुखाबाद, इटावा, कानपुर देहात और औरैया से भी लोग शामिल होंगे। तिर्वा में डीएन कॉलेज मैदान का चयन रैली के लिए किया गया है।

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