scriptमुख्यमंत्री के सलाहकार का बना फर्जी भाई और फिर अफसरों पर जमाने लगा रौब, पकड़ने पर पुलिस को बताई ये वजह | Police arrest fraud who made fake brother of CM Yogi's advisor, know | Patrika News

मुख्यमंत्री के सलाहकार का बना फर्जी भाई और फिर अफसरों पर जमाने लगा रौब, पकड़ने पर पुलिस को बताई ये वजह

locationकानपुरPublished: Nov 29, 2021 05:52:11 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार का भाई बनाकर पुलिस अफसर पर रौब जमाने वाले आरोपित सख्श को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपित आजमगढ़ जिले का रहने वाला बताया गया है। पुलिस पूछताछ में उसने गाँव की घटना के बाद यह फर्जीवाड़ा करने की योजना बतायी।

मुख्यमंत्री के सलाहकार का बना फर्जी भाई और फिर अफसरों पर जमाने लगा रौब, पकड़ने पर पुलिस को बताई ये वजह

मुख्यमंत्री के सलाहकार का बना फर्जी भाई और फिर अफसरों पर जमाने लगा रौब, पकड़ने पर पुलिस को बताई ये वजह

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. कानपुर में एक सख्श ने खुद को मुख्यमंत्री के सलाहकार भाई बता पुलिस अधिकारी पर रौब जमाया। शंका पर पुलिस अफसरों द्वारा खोजबीन करने पर फर्जीवाड़ा सामने आ गया। इसके बाद नौबस्ता पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया है। नौबस्ता पुलिस ने आरोपित से पूछताछ के बाद उसे बर्रा पुलिस के सुपुर्द किया है। फिलहाल बर्रा पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
बर्रा थाना प्रभारी पर बनाया था दबाव

पुलिस के मुताबिक बर्रा थाना प्रभारी रहे अजय कुमार सेठ इसी माह अंधा कुआं इलाके में चेकिंग कर रहे थे। तभी उनके पास एक काल आया था। बात करने वाले ने खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी का छोटा भाई कृष्ण मूरत बताया था। फिर उसने केसरी देवी यादव नाम की महिला की रिपोर्ट जल्द दर्ज करने को थाना प्रभारी पर दबाव डाला था। बातचीत से शंका होने पर थाना प्रभारी द्वारा सीएम के सूचना सलाहकार से फोन पर बातचीत उन्होंने उसे फर्जी बताया।
नौबस्ता पुलिस ने आरोपित को धर दबोचा

इसकी जानकारी उन्होंने डीसीपी साउथ और पुलिस आयुक्त असीम अरुण को दी थी। बाद में पुलिस आयुक्त के आदेश पर गलत नाम बताकर दबाव बनाने, धोखाधड़ी और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस सर्विलांस की मदद से आरोपित की तलाश में जुटी थी। उच्चाधिकारियों ने नौबस्ता पुलिस को गिरफ्तारी के लिए लगाया था। नौबस्ता पुलिस ने आरोपित को दबोचा है। बताया कि आरोपित कृष्ण मूरत आजमगढ़ का रहने वाला है। आरोपित से पूछताछ कर उसे बर्रा पुलिस के सुपुर्द किया है।
इस घटना के बाद शुरू किया फर्जीवाड़ा

पकड़े गए आरोपित ने बताया कि सपा शासन काल में गांव में उसका विवाद हुआ था। दूसरे पक्ष ने बुरी तरह से पीटा था। जिससे उसकी दोनों टांगे टूट गई थीं। कई माह अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसने अपनी पैरवी करने के प्रयास किए, लेकिन सपा नेताओं ने दूसरे पक्ष की पैरवी करके उन्हें बचा लिया था। इस घटना के बाद आरोपित ने यह फर्जीवाड़ा शुरू किया। कभी नेता का करीबी तो कभी खुद अधिकारी बनकर लोगों की पैरवी करके उनसे रुपये वसूलता था।
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