तीन दिन पहले वीडियो वायरल
ग्वालटोली थानाक्षेत्र स्थित तीन दिन पहले व्हाट्सएप पर वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में एक युवक कह रहा था कि सरकार और पुलिस प्रशासन एक समुदाय के लिए हमदर्दी दिखा रहा है, जो पूरी तरह दिखावा है। सरकार की साजिश है कि विशेष समुदाय पर कोरोना छोड़ दिया जाए। इसलिए कोई कहीं नहीं निकलेगा, त्योहार नहीं मनाएंगे और प्रशासन का सहयोग नहीं करेगा। वीडियो सामने आने के बाद एसपी डाॅक्टर अनिल कुमार ने तत्काल साइबर सेल को जांच सौंपी।
पकड़ा गया आरोपी
साइबर सेल की टीम ने वीडियो की जांच के बाद नंबर की तलाश में जुट गई। साइबर सेल को कामयाबी भी मिली। आरोपित युवक ग्वालटोली के मकबरा निवासी अब्दुल रज्जाक निकला। जिसे पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। रज्जाक पर पुलिस ने देशद्रोह, लॉकडाउन उल्लंघन, महामारी अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनयम आदि धाराओं मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
—तो बजरिया बवाल में इसी का हाथ
पुलिस आरोपी की बजरिया बवाल में भी भूमिका तलाश रही है। बतादें, बजरिया थानाक्षेत्र में कोरोना पाॅजीटिव मरीज को क्वारंटाइन के लिए गई मेडिकल टीम और पुलिसबल पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया था। गोलीबारी के साथ पत्थबाजी और पेट्रोल से भरी बोतलों को पुलिस पर फेंका था। पुलिस ने 200 पर मुकदमा दर्ज कर 20 लोगों को गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेज दिया है। जबकि अन्य की तलाश के लिए पिछले 24 घंटे से पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
देशद्रोह की होगी कार्रवाई
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि सोशल मीडिया पर पुलिस की टीमें निगरानी कर रही हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप समेत अन्य किसी भी सोशल प्लेटफार्म पर अगर कोई भड़काऊ वीडियो, फोटो या पोस्ट करता है तो उस पर देशद्रोह की कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने सभी से अपील की है कि महामारी को लेकर जागरूक रहें और घर पर ही रहें। पुलिस, प्रशासन और मेडिकल कर्मियों का साथ दें।