मिलावटी शराब का कारोबार करने वाला शराब माफिया शहनवाज पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। उसे पकडऩे के लिए पुलिस ने एक जाल बुना और ग्राहक बनकर उससे फोन पर बात की थी और 1.96 लाख रुपये की शराब का सौदा किया था। रात को समाधि पुलिया के पास माल भेजना तय हुआ पर जो ड्रम पुलिस को मिले उनमें शराब नहीं बल्कि पानी भरा हुआ था। न शराब हाथ लगी और न ही शहनवाज। पुलिस अब डीसीएम लेकर आए चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
करीब दो सप्ताह पहले संचितपुर निवासी बसपा नेता प्रवीण कुमार मिश्रा उर्फ कल्लू, उसके साथी कमलाकांत व एक अन्य को शराब मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जबकि उन्नाव निवासी सरगना शहनवाज फरार चल रहा है। घाटमपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए यह प्लान बनाया था पर शहनवाज को पहले से ही भनक लग गई थी। हालांकि सीओ घाटमपुर शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने जिन चार लोगों को हिरासत में लिया है, हो सकता है उनका शहनवाज से कोई लेना-देना न हो। पुलिस को परेशान करने के लिए उसने भाड़े में डीसीएम बुक कर पानी भेज दिया हो।
मुखबिरों का उठाया फायदा
शहनवाज मिलावटी शराब का बड़ा धंधा करता है। सीओ के मुताबिक वह मुखबिरी कर छोटे-मोटे शराब का धंधा करने वालों को पकड़वाता था। खुद धड़ल्ले से अवैध कारोबार करता रहता था। आशंका है कि पुलिस के मुखबिरों या अन्य किसी पुलिसकर्मी ने शहनवाज को पहले ही आगाह कर दिया था। इसलिए उसने न तो शराब भेजी और न ही खुद आया।
सीओ घाटमपुर शैलेंद्र सिंह ने बताया कि बसपा नेता प्रवीण मिश्रा और सरगना शहनवाज समेत गिरोह के अन्य सभी सदस्यों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी। गिरोह में कमलाकांत, अमित, राहुल भट्ट और मुकेश भी हैं। शहनवाज, अमित और मुकेश अभी फरार हैं। सभी की गिरफ्तारी के बाद कार्रवाई की जाएगी।