ऐसे हुआ खुलाशा
नजीराबाद थाने की पुलिस ने मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले सारिक अमीन और सुभम को गिराफ्तार किया था । दोनों शातिर अपराधी है इनके पास से बड़ी मात्रा में चरस बरामद हुई है । सारिक और सुभम से पुलिस पूछताछ की तो उन्होने बताया कि चकेरी थाने में तैनात रहे कांस्टेबल करीब से उनकी मुलाकात हुई। करीम ने हमें मुखबिरी का काम सौंपा। इसी दौरान करीम ने हमसें चरस की बिक्री का ठेका दिया। वह मालगोदाम में रखी चरच को हमें देता और उसकी बिक्री कर कांस्टेबल का पैसा पहुंचा देते।
चकेरी में पकड़ी गई थी चरस की खेप
दरसल कलीम पहले चकेरी थाने में तैनात था । कुछ माह पहले चकेरी थाने में बड़ी मात्रा में चरस की खेप पकड़ी गई थी । जिसे थाने के मालखाने में जमा कर दिया गया था। जिसे कांस्टेबल में मालखाने से निकाल कर दोनों तस्करों को दे दिया। उन्होंने चरस को एक माफिया को बेंच पैसे आपस में बांट लिए। कुछ माह पहले एसएसपी ने काम पर लापरवाही बरतनें के आरोप में कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया था। इसके बाद करीम और तस्करों ने अपना अवैध कारोबार बंद नहीं किया।
जांच के बाद कार्रवाई
नजीराबाद इंस्पेक्टर ने इसकी जानकारी उच्चधिकारियों को दी । फिलहाल सिपाही कुछ दिनो पहले ही लाइन हाजिर हो चुका है। एसएसपी अंनत देव के मुताबिक इसकी जांच सीओ नजीराबाद गीतांजली सिंह को दी है । जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। जब इस पूरे प्रकरण पर करीम से बात करने की कोशिश की गई तो वह मुहं छिपाकर पुलिस लाइन के अंदर बनें कमरे में चला गया।