कानपुर। नौबस्ता थानाक्षेत्र के यशोदा नगर इलाके बजरंग चौराहे पर स्थित साड़ी के शो रूम से चोरों ने शटर काट कर लाखों का माल पार कर ले गए। सुबह जब मालिक दुकान पहुंचा तो लॉकर से लाखों रूपयों के साथ ही महंगी-महंगी साड़ियां गायब मिली। दुकानदार आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज को लेकर जाकर खंगाला तो चार चोरों का पता-ठिकाना चला। सटीक सूचना पर पुलिस ने आरोपियों के घर पर दबिश देकर एक आरोपी को धरदबोचा और तलाशी के दौरान पुलिस को दो जोड़ी शूज मिले, जिनके अंदर 1 लाख के खरे-खरे नोट निकले। पुलिस ने नकदी के साथ साडियों के अलावा अन्य चोरी का समान सहित शातिर को लेकर थाने आई और उसे जेल भेज दो अन्य की तलाश कर रही है।
शोरूम से पार कर ले गए थे लाखों की नकदीयशोदानगर निवासी संजय अवस्थी का बजरंग चौराहे के पास साड़ी का बड़ा शोरूम है। हररोज की तरह संजय अपने भाई के साथ मंगलवार की रात दुकान बंद कर घर चले गए। इसी दौरान उन्नाव निवासी राम नगर निवासी रावेंद्र अपने दो अन्य साथियों के साथ नौबस्ता के हंसपुरम इलाके में झोपड़ी में रहता था। रावेंद्र कानपुर में अपने दो अन्य साथियों के साथ दुकानों और बड़े शोरूम में चोरी की वारदात को अंजाम देकर माल सहित अपने घर चला जाता और कुछ दिन के बाद फिर बस्ती में आ जाता। पिछले छह मई को रावेंद्र ने संजय अवस्थी के साड़ी के शोरूम की
रेकी और रात में वारदात को अंजाम दे डाला।
साड़ी की खरीदारी के बहाने शोरूम की रेकीरावेंद्र अपने दो अन्य साथियों के साथ संजय अवस्थी के शोरूम में साड़ियों की खरीदारी करने के लिए पहुंचा। यहां उसने साड़ी खरीदने के नाम पर कई घंटे तक रूका और दो साड़ियां लेकर चला गया। इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बजरंग चौराहा, यशोदा नगर निवासी संजय अवस्थी के विनायक साड़ी सेंटर में छह मई की रात चोरी हो गई थी। चोरों ने शटर उठाकर पौने दो लाख की नगदी और तीन लाख की कीमती साड़ियां पार कर दी थीं। संजय की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्नाव के राम नगर निवासी रावेंद्र को मौके से दबोच लिया था। पकड़े गए चोर के जूतों से पुलिस ने एक लाख रुपये और बरामद कर लिए हैं। सात साड़ियां और मोबाइल भी पुलिस को मिल गए हैं। उसके दो साथी भाग निकले जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
CCTV के जरिए चढ़ा पुलिस के हत्थेआरोपी जिस वक्त साड़ी की खरीदारी करने के लिए शोरूम के अंदर प्रवेश किया और वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से जा रहे थे, इसकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने फुटेज के जरिए पड़ताल की तो रावेंद्र के साथ ही उन्नाव रामनगर निवासी दो शातिरों के नाम सामने आए। पुलिस ने तीनों आरोपियों को अरेस्ट करने के लिए बस्ती में दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगे। बस्तीवालों की जानकारी पर पुलिस की एक टीम उन्नाव के लिए रवाना हुई और रावेंद्र को उसके घर से उठा लिया। पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली तो चोरी का माल बरामद हो गए। तीनों शातिरों ने चोरी के पैसे का बंटवरा कर लिया था और रावेंद्र के हिस्से मे ंआई रकम को उसने शूज के अंदर छिपा कर रख दिए थे।
इस लिए शूज के अंदर रखे पैसेआरोपी ने पुलिस की पूछताछ के दौरान बताया कि पकड़े जाने के डर के चलते उसने एक लाख रूपए शूज के अंदर छिपा कर रख दिए थे। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे शंका थी की पुलिस कभी भी उस तक पहुंच सकती है और गिरफ्तारी के दौरान पुलिस घर की तलाशी जरूर लेगी। इसी वजह से पुलिस को गुमराह करने के लिए इतनी बड़ी रकम शूज के अंदर छिपा दी थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस को आरोपी के पास से नकदी नहीं मिली। कड़ाई से पूछताछ के दौरान रावेंद्र ने मुं नहीं खोला। तभी एक सिपाही की नजर शूज पर पड़ी और चोरी के एक लाख रूपए पुलिस ने बरामद कर लिए।