२२ दिसंबर को किया था अगवा
मामला चकेरी इलाके के सनिंगवा का है। बचकर लौटी लडक़ी ने बताया कि २२ दिसंबर को सनिगंवा के ही शमशाद उर्फ मटरू ने उसे अगवा कर लिया और बंधक बनाकर रखा। छह दिन पहले वह उसे वहां से जाजमऊ ले आया। यहां पर उसने किशोरी की निगरानी के लिए अपनी मां को लगाया था।
मामला चकेरी इलाके के सनिंगवा का है। बचकर लौटी लडक़ी ने बताया कि २२ दिसंबर को सनिगंवा के ही शमशाद उर्फ मटरू ने उसे अगवा कर लिया और बंधक बनाकर रखा। छह दिन पहले वह उसे वहां से जाजमऊ ले आया। यहां पर उसने किशोरी की निगरानी के लिए अपनी मां को लगाया था।
मौका मिलते ही पुलिस को दी सूचना
यहां पर गुरुवार को आरोपी की मां का फोन किशोरी के हाथ लग गया। उसने तुरंत ११२ नंबर पर फोन करके पुलिस को सूचना दे दी। उसने कंट्रोल रूम पर फोन करने गुहार लगाई कि उसकी जान को खतरा है। उसने बताया कि रोज उसके साथ मारपीट की जाती है और अब अगवा करने वाले पकड़े जाने के डर से उसे जान से मारने की योजना बना रहे हैं।
यहां पर गुरुवार को आरोपी की मां का फोन किशोरी के हाथ लग गया। उसने तुरंत ११२ नंबर पर फोन करके पुलिस को सूचना दे दी। उसने कंट्रोल रूम पर फोन करने गुहार लगाई कि उसकी जान को खतरा है। उसने बताया कि रोज उसके साथ मारपीट की जाती है और अब अगवा करने वाले पकड़े जाने के डर से उसे जान से मारने की योजना बना रहे हैं।
लोकेशन ट्रेस कर पहुंची पुलिस
लडक़ी को यह नहीं पता था कि उसे कहां पर रखा गया है, और न ही वह पुलिस को इसकी जानकारी दे सकी। इसके बाद पुलिस ने आई हुई कॉल के नंबर को ट्रेस किया और तुरंत फोन वाली लोकेशन पर पहुंचकर बंधक बनाकर रखी गई लडक़ी को छुड़ाया। उसे अलवा करने वाला मटरू मौका पाकर भाग निकला। पुलिस ने कमरे से उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है।
लडक़ी को यह नहीं पता था कि उसे कहां पर रखा गया है, और न ही वह पुलिस को इसकी जानकारी दे सकी। इसके बाद पुलिस ने आई हुई कॉल के नंबर को ट्रेस किया और तुरंत फोन वाली लोकेशन पर पहुंचकर बंधक बनाकर रखी गई लडक़ी को छुड़ाया। उसे अलवा करने वाला मटरू मौका पाकर भाग निकला। पुलिस ने कमरे से उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है।