मामला गुरुवार का है। यूपी विधानसभा के गेट नंबर 7 के पास अचानक गोली चलने की आवाज से हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचने पर वहां तैनात दारोगा निर्मल चौबे लहूलुहान स्थिति पर रोड पर गिरा नजर आया, जिसे आनन-फानन में पुलिस सिविल अस्पताल ले गई। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
ये भी पढ़ें- विवाहित महिला का हुआ गैंगरेप, फिर जिंदा जलाया दारोगा निर्मल चौबे मूलरूप से वाराणसी के रहने वाले थे और यहां चिनहट इलाके में रहते थे। बंथरा थाने से उन्हें विधानसभा के गेट नंबर 7 पर तैनात किया गया था। सूत्रों की मानें, तो वह अपनी बीमारी के चलते मानसिक रूप से परेशान थे। गोली चलने की सूचना पर जेसीपी कानून व्यवस्था नवीन अरोरा सिविल अस्पताल पहुंचे।
ये भी पढ़ें- शराबी पिता की शर्मनाक करतूत, खौलते दूध में मारी लात, चपेट में आई पांच साल की मासूम मामले में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि सब इंस्पेक्टर निर्मल कुमार चौबे (53) वाराणसी के चोलापुर के रहने वाले थे। अचानक दिन में 3.03 बजे गोली चलने की आवाज आई। कमिश्नर ने बताया कि चौबे के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जो उन्होंने मुख्यमंत्री जी को लिखा है। जिसमें वह लिखते हैं कि मेरी तबियत खराब है और मैं जा रहा हूं। मेरे बच्चों का ध्यान रखिएगा।