डिस्चार्ज को लेकर होगी सतर्कता
जाजमऊ की 223 बंद टेनरियों से संबंधित रिपोर्ट यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शासन को भेज दी है। इसमें टेनरियों को खोलने की हरी झंडी दी गई है। हालांकि बोर्ड ने एनजीटी की मॉनीटरिंग कमेटी के निर्देश का हवाला देते हुए कहा है कि डिस्चार्ज के बारे में तीसरी एजेन्सी से जांच भी कराई जा सकती है। जिससे यह जानकारी मिलती रहे कि टेनरियों से किया जा रहा डिस्चार्ज कितना है।
जाजमऊ की 223 बंद टेनरियों से संबंधित रिपोर्ट यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शासन को भेज दी है। इसमें टेनरियों को खोलने की हरी झंडी दी गई है। हालांकि बोर्ड ने एनजीटी की मॉनीटरिंग कमेटी के निर्देश का हवाला देते हुए कहा है कि डिस्चार्ज के बारे में तीसरी एजेन्सी से जांच भी कराई जा सकती है। जिससे यह जानकारी मिलती रहे कि टेनरियों से किया जा रहा डिस्चार्ज कितना है।
ये शर्तें पूरी करेंगे टेनरी मालिक
शासन को भेजी गई प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट में बिन्दुवार पूरी स्थिति स्पष्ट की गई है। जिसमें गंगा में टेनरी का कचरा गिराने पर रोक बरकरार रखी गई है। टेनरी संचालकों ने भी बोर्ड को आश्वस्त किया है कि गंगा में सीधे टेनरी का कचरा नहीं जाएगा। सारा डिस्चार्ज सीईटीपी की क्षमता के अनुसार ही पहुंचेगा। इसके अलावा टेनरियों का संचालन पूरी क्षमता के साथ नहीं किया जाएगा। इसको देखते हुए बोर्ड ने शासन को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि जब संचालक लिखकर दे रहे हैं कि गंगा में डिस्चार्ज नहीं जाने देंगे तो अधिकृत तौर पर खोले जाने में कोई दिक्कत नहीं है। इस बीच, टेनरी एसोसिएशन ने मान लिया है कि कुछ टेनरियां चलने लगी हैं।
शासन को भेजी गई प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट में बिन्दुवार पूरी स्थिति स्पष्ट की गई है। जिसमें गंगा में टेनरी का कचरा गिराने पर रोक बरकरार रखी गई है। टेनरी संचालकों ने भी बोर्ड को आश्वस्त किया है कि गंगा में सीधे टेनरी का कचरा नहीं जाएगा। सारा डिस्चार्ज सीईटीपी की क्षमता के अनुसार ही पहुंचेगा। इसके अलावा टेनरियों का संचालन पूरी क्षमता के साथ नहीं किया जाएगा। इसको देखते हुए बोर्ड ने शासन को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि जब संचालक लिखकर दे रहे हैं कि गंगा में डिस्चार्ज नहीं जाने देंगे तो अधिकृत तौर पर खोले जाने में कोई दिक्कत नहीं है। इस बीच, टेनरी एसोसिएशन ने मान लिया है कि कुछ टेनरियां चलने लगी हैं।
नौ की जगह 25 एमएलडी टेनरी वेस्ट
जल निगम के परियोजना प्रबंधक घनश्याम द्विवेदी का कहना है कि जाजमऊ सीईटीपी में 9 की जगह 25 एमएलडी तक टेनरी का कचरा आने लगा है। इसके बावजूद बोर्ड को तय करना है कि टेनरी कब खुले। अगर सीईटीपी में टेनरी का कचरा तय क्षमता से ज्यादा आएगा तो उसकी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे।