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प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला पहुंची अस्पताल, फिर ऐसा क्या हुआ कि गेट पर हुआ प्रसव

locationकानपुरPublished: Aug 27, 2019 04:53:26 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

यहाँ के सरकारी अस्पताल ही लम्बी बीमारी से ग्रसित हैं, जो दम तोड़ती नजर आ रही है।

प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला पहुंची अस्पताल, फिर ऐसा क्या हुआ कि गेट पर हुआ प्रसव

प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला पहुंची अस्पताल, फिर ऐसा क्या हुआ कि गेट पर हुआ प्रसव

कानपुर देहात-एक तरफ भाजपा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की कवायद में लगी हुई है। साथ ही समय समय पर जनपद के स्वास्थ्य महकमे को शख्त निर्देश भी दिए जाते हैं, जिससे ग्रामीणांचल से आये लोगो को बेहतर स्वास्थ सेवाएं मिल सके। बावजूद इसके स्वास्थ विभाग की मनमानी थमने का नाम नही ले रही है। स्वास्थ सेवा की ऐसी ही एक तस्वीर जनपद कानपुर देहात में सामने आई है, जो कुछ और ही बयां कर रही है। यहाँ के सरकारी अस्पताल ही लम्बी बीमारी से ग्रसित हैं, जो दम तोड़ती नजर आ रही है। मामला जनपद कानपुर देहात के सिकन्दरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहाँ प्रसव के लिए आई महिला को बेड न मिलने पर प्रसव पीड़ा से बिलखते हुए गेट के बाहर ही उसका प्रसव कराया गया।
इतना ही नही इस स्वास्थ्य केंद्र में महिला डॉक्टर के न होने के चलते आशा बहू ने इस प्रसव को कराया। दरअसल गर्भवती के साथ लोगों ने जब भर्ती कराने की बात कही तो बेड खाली न होने की बात सामने आई। कुछ समय बाद प्रसव पीड़ा बढ़ने पर महिला का प्रसव हो गया। इन हालातों से साफ जाहिर होता है कि जनपद का स्वास्थ्य विभाग सरकार के सपनों को किस तरह पतीला लगा रहा है। बिना डॉक्टर के हुये इस प्रसव में जच्चा और बच्चा को किस तरह के खतरे का सामना करना पड़ा होगा।
वहीं तीमारदारों के मुताबिक अगर प्रसव आशा बहुओं को ही कराना है तो स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर्स का काम ही क्या है। फिलहाल जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित होने पर तीमारदारों ने राहत की सांस पाई। वहीं इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पवन कुमार ने बताया कि गर्भवती के देरी से पहुंचने की वजह से उसका प्रसव लेवर रूम के बाहर हुआ था, न कि सीएचसी गेट पर। हालांकि इसके बाद जच्चा बच्चा का परीक्षण किया गया, दोनों स्वस्थ है। साफ सफाई कर दोनों की देखरेख की जा रही है।

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