दिल्ली पुलिस ने जब अख्तर से पूछताछ शुरु की तो उसने बताया कि पाकिस्तान हाई कमीशन के 16 स्टाफ मेंबर्स भारत की खुफिया जानकारी हासिल कर पाकिस्तान भेजते हैं। इसमें बीएसएफ की तैनाती की इन्फॉर्मेशन होती है। पुलिस अब इस लिंक की जांच कर रही है।
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते अख्तर को यहां के चिड़ियाघर में एजेंट्स से सीक्रेट डॉक्युमेंट्स लेते वक्त रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। बाद में विदेश मंत्रालय ने उसे देश छोड़ने के लिए कह दिया था।
गौरतलब है कि इस जासूसी रैकेट से जुड़े कई लोगों की अबतक गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसमें राजस्थान के नागौर से 3 लोग और एक सांसद के पीएम के रूप में काम करने वाले शख्स की भी इस मामले में गिरफ्तारी हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कुछ रिटायर्ड अफसर भी शक के दायरे में हैं।
अख्तर डेढ़ साल से पाकिस्तानी हाई कमीशन से यह जासूसी कर रहा था। दिल्ली पुलिस 6 महीने से हर मूवमेंट को ट्रेस कर रही थी। पाक हाई कमीशन के वीजा सेक्शन में काम करने वाला अख्तर वीजा एप्लिकेशन के लिए आने वालों को फंसाता था।