१९६० से १९६४ तक इनसे पढ़े कोविंद
शहर के बीएनएसडी इंटर कॉलेज चुन्नीगंज में प्यारे लाल वर्मा अंग्रेजी के शिक्षक थे। यहां उन्होंने सन् 1944-82 तक अध्यापन कार्य किया था। रामनाथ कोविंद ने सन 1960 से 1964 के बीच इसी कॉलेज से पढ़ाई की। उस दौरान प्यारे लाल ही उन्हें अंग्रेजी विषय पढ़ाते थे। 97 वर्षीय प्यारेलाल लंबे समय से बीमार चल रहे थे। राष्ट्रपति के गुरु और बीएनएसडी के पूर्व शिक्षक के निधन की जानकारी मिलते ही कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई। राष्ट्रपति को भी इसकी सूचना भेज दी गई है।
शहर के बीएनएसडी इंटर कॉलेज चुन्नीगंज में प्यारे लाल वर्मा अंग्रेजी के शिक्षक थे। यहां उन्होंने सन् 1944-82 तक अध्यापन कार्य किया था। रामनाथ कोविंद ने सन 1960 से 1964 के बीच इसी कॉलेज से पढ़ाई की। उस दौरान प्यारे लाल ही उन्हें अंग्रेजी विषय पढ़ाते थे। 97 वर्षीय प्यारेलाल लंबे समय से बीमार चल रहे थे। राष्ट्रपति के गुरु और बीएनएसडी के पूर्व शिक्षक के निधन की जानकारी मिलते ही कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई। राष्ट्रपति को भी इसकी सूचना भेज दी गई है।
गुरु जी से मिलने को मंच छोड़ दिया था
25 फरवरी 2019 को बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज बेनाझाबर में एक शिक्षक सम्मान समारोह में राष्ट्रपति ने अपने गुरु प्यारेलाल के साथ ही हरीराम कपूर और टीएन टंडन को सम्मानित किया था। इस दौरान प्यारेलाल वर्मा अस्वस्थ होने के कारण मंच पर नहीं आ सके वे मैदान पर ही बैठे थे तो अपने अंग्रेजी के गुरु प्यारे लाल वर्मा को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति मंच से नीचे उतरकर सबसे पहले दोनों हाथों से उनके पैर छूआ। इसके बाद पूछा था कि… गुरु जी आप मुझे भूले तो नही हैं। इस पर प्यारेलाल ने राष्ट्रपति की पीठ पर हाथ रखा और आशीर्वाद दिया। प्यारेलाल ने कहा था कि आज मैं गर्व महसूस कर रहा हूं। समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने प्यारेलाल के साथ मौजूद उनकी बहू से गुरु का ख्याल रखने की बात कही थी।
25 फरवरी 2019 को बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज बेनाझाबर में एक शिक्षक सम्मान समारोह में राष्ट्रपति ने अपने गुरु प्यारेलाल के साथ ही हरीराम कपूर और टीएन टंडन को सम्मानित किया था। इस दौरान प्यारेलाल वर्मा अस्वस्थ होने के कारण मंच पर नहीं आ सके वे मैदान पर ही बैठे थे तो अपने अंग्रेजी के गुरु प्यारे लाल वर्मा को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति मंच से नीचे उतरकर सबसे पहले दोनों हाथों से उनके पैर छूआ। इसके बाद पूछा था कि… गुरु जी आप मुझे भूले तो नही हैं। इस पर प्यारेलाल ने राष्ट्रपति की पीठ पर हाथ रखा और आशीर्वाद दिया। प्यारेलाल ने कहा था कि आज मैं गर्व महसूस कर रहा हूं। समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने प्यारेलाल के साथ मौजूद उनकी बहू से गुरु का ख्याल रखने की बात कही थी।