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मुन्ना बजरंगी के बाद इस अपराधी पर अटैक, हमले की खबर से डरे सेठी और मुख्तार

locationकानपुरPublished: Jul 15, 2018 09:21:57 pm

Submitted by:

Vinod Nigam

उन्नाव जेल में रेप आरोपी पर अन्य बंदियों ने किया हमला, हैलट अस्पताल में चल रहा इलाज

prisoners attack in unnao jail in kanpur hindi news

मुन्ना बजरंगी के बाद इस अपराधी पर अटैक, हमले की खबर से डरे सेठी और मुख्तार

कानपुर। माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने जेलों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के कड़े निर्देश दिए थे, बावजूद जेल में बंदी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसा ही एक मामला उन्नाव जिला कारागार सामने आया, यहां एक बंदी पर कुछ कैदियों ने जानलेवा हमला कर दिया। जेल सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह से उसे छुड़ाया और इलाज के लिए अस्पताल ले गए, पर हालत गंभीर होने पर बंदी को कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टर्स ने बंदी को आईसीयू में एडमिट कर इलाज शुरू कर दिया। वहीं कैदी पर जानलेवा हमले की खबर अन्य जेलों में बंद माफिया डॉनों को हुई तो वो अपनी बैरक के बाहर नहीं निकले। बांदा में बंद मुख्तार अंसारी ने किसी से भी मिलने से इंकार कर दिया तो फतेहगढ़ जेल में लाया गया सुनील सेठी के खौफजदा होने की जानकारी मिली है। सेठी रविवार को बैरक के अंदर ही रहा।
रेप का आरोपी है कैदी
उन्नाव के अजगैन निवासी हेमराज को बलात्कार के आरोप में 13 जुलाई को जिला जेल में दाखिल किया गया था। एक दिन बाद ही जेल में शनिवार को बंदी बैरक में गुटबाजी को लेकर कुछ कैदियों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। मामले की जानकारी पर जेल प्रशासन ने पहले उसे उन्नाव जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर पर उसे रविवार को कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। यहां पर इलाज के दौरान कैदी ने बताया कि उसके सिर पर राजेश नाम के कैदी ने ईंट से हमला किया। मैं गिर गया तो कुछ अन्य कैदी मुझ पर टूट पड़े। मैं बेहोश हो गया और होश आने पर अपने को अस्पताल में पाया। वहीं इलाज के दौरान कैदी की सुरक्षा में पुलिस कर्मी उस पर पैनी नजर बनाये हुए हैं।
ईट से किया हमला
हेमराज ने बताया कि मैं बैरक के अंर मिट्टी बराबर कर रहा था, तभी बीघापुर थाना क्षेत्र के रावत पुर निवासी राजेश पुत्र श्रीपाल ने ईट से मुझ पर हमला कर दिया। राजेश कुमार द्वारा ईट से हमला करता देख साथ काम कर रहे अन्य कैदियों में हड़कंप मच गया। उन्होंने राजेश को पकड़ने का प्रयास किया। तब तक वह दो बार ईट से हेमराज के ऊपर हमला कर चुका था। राजेश द्वारा हमले को देखकर पास खड़े सिपाहियों ने दौड़कर राजेश को पकड़ा। हेमराज ने बताया कि जेल प्रशासन के चलते कुछ अपराधियों को उन्नाव जेल में सिक्का चलता है। वहां पर कैदियों से उगाही की जाती है। उन्नाव जेल में ऐसे कई कैदी हैं, जो पूरी तरह से वीवीआईपी तरीके से वहां रहते हैं। जब भी कोई नया कैदी आता है तो उसे सबसे पहले उनके सामने पेश होना पड़ता ळें
सजा को होना है ऐलान
घायल हेमराज पास्को एक्ट के अंतर्गत जिला कारागार में निरुद्ध है और पास्को अदालत में उसका दोष सिद्ध हो चुका है। विगत 13 जुलाई को हेमराज के खिलाफ पास्को अदालत ने दोष सिद्ध होने का निर्णय सुनाया है, लेकिन अभी सजा की घोषणा नहीं की गई है। जबकि राजेश विगत 12 जुलाई को जिला कारागार में पकड़ कर लाया गया था। जिसके खिलाफ अचलगंज थाना कई मुकदमे दर्ज हैं। जिला कारागार के जेलर ने बताया कि राजेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके कारण उसने यह हरकत की है। कारण कुछ भी हो, लेकिन जिला कारागार के अंदर से आने वाली खबरें सकारात्मक नहीं होती हैं। मारपीट की घटनाओं से उन्नाव का जिला कारागार भी चर्चा में बना रहता है।
बैरक से बाहर नहीं आए अंसारी
उन्नाव जेल में कैदी के ऊपर जानलेवा हमले की खबर बांदा जेल के अंदर भी पहुंच गई। जिसके कारण माफिया मुख्तार अंसारी अपनी बैरक से बाहर नहीं निकले। उन्होंने बैरक के अंदर ही चाय-नाश्ता किया। जेल सूत्रों की मानें तो मुन्ना बजरंगी के मर्डर के बाद से मुख्तार ज्यादा किसी से बातचीत नहीं करते। अपने कुछ खास लोगों के अलावा जेल में अपरचित कैदी से वो बिलकुल नहीं बोलते। भरोसे बंद कैदियों को अपनी बैरक में बुला लेते हैं और पाठा के जंगलों के डकैतों की कहानी किस्से सुनते हैं। सूत्र बताते हैं कि मुख्तार जल्द ही शासन-प्रशासन ने बांदा के बजाए लखनऊ काराबार में बंद करने की मांग कर सकता है। जानकारों की मानें तो मुख्तार का बेटा संभवता मंगलवार को बांदा जेल अपने पिता से मिलने के लिए आ सकता है।
राठी भी डरा, सुरक्षा कड़ी
उन्नाव जेल में कैदी पर जानलेवा हमले की खबर फर्रूखाबाद के फतेहगढ़ जेल भी पहुंच गई। जिसके चलते मुन्ना बजरंगी का हत्यारोपी सुनील सेठी भी खौफ में है। शनिवार की देररात उसे बागपत से कड़ी सुरक्षा के बीच फतेहगढ़ जेल लाया गया। उसे कड़ी सुरक्षा के साथ एक अगल बैरक में रखा गया है। राठी ने सुबह चाय के साथ अखबार पढ़ा। शाम के वक्त कुठ कैदियों ने उन्नाव जेल कांड के बारे में उसे बताया तो वह डर गया। सूत्रों ने बताया है कि राठी ने किसी भी व्यक्ति से मिलने से साफ तौर से इंकार कर दिया है। पहले दिन उसका पूरा समय बैरक के अंदर ही बीता। बतादें, फतेहगढ़ जेल में मुन्ना बजरंगी का शार्प शूटर मोनू पहाड़ी, राजन पहाड़ी के अलावा डॉन छोटा राजन के गुर्गे सजा काट रहे हैं। ऐसे में जेल प्रशासन राठी के साथ ही अन्य कैदियों पर नजर बनाए हुए है।

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