आपातकाल के बाद इंदिरा गरजीं थीं
कानपुर को मजदूरों का शहर कहा जाता है और एकवक्त तिलकहॉल कांग्रेस का पॉवरहाउस हुआ करता था। पंडित नेहरू से लेकर राहुल गांधी यहां आकर रणनीति बनाते थे, लेकिन 2014 के बाद चुनाव में मिली हार के बाद यहां कुछ नेता ही आकर बैठते थे। लेकिन तीन राज्यों में मिली जीत और प्रियंका गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर कांग्रेसी नेता खासे गदगद हैं। पूर्व सांसद राजाराप पाल कहते हैं कि हमलोग पिछले कई सालों से प्रियंका वाड्रा गांधी को राजनीति में आने के लिए कहते थे, पर परिवार के चलते वो सिर्फ चुनाव प्रचार में ही दिखती थीं। लेकिन अब उनके आने से पार्टी मजबूत होगी और 2019 में भाजपा का देश से सफाया हो जाएगा।
मजदूरों के शहर पर सबकी नजर
आपातकाल के बाद कांग्रेस पूरी तरह से बिखर चुकी थी। सत्ता में आने के इंदिरा गांधी हाथ-पांव चला रही थीं। इसी बीच मजदूरों के शहर ने उन्हें फूलबाग से रैली कर चुनाव का शंखदान करने की मांग उठाई। इंदिरा फूलबाग आई और इतनी ज्यादा भीड़ उमड़ी कि इंदिरा गांधी ने मंच से कह दिया कि अब कांग्रेस की वावसी होना तय हैं। इसके बाद सभी पार्टियों की नजर इस शहर पर रही। पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , अरविंद केजरीवाल समेत कई पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने यहीं से चुनाव का शंखदान किया।
राहुल-प्रियंका की जल्द होगी रैली
कांग्रेस के पूर्व सांसद राजाराप पाल ने बताया कि जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासविच प्रियंका वाड्रा गांधी कानपुर में रैली करेंगे। पार्टी जल्द ही हाईकमान के पास अपनी मांग पहुंचाएगा। कांग्रेस नगर अध्यक्ष हरिप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि आज का दिन एतिहासिक है। क्योंकि प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने से पार्टी को ऊर्जा मिलेगी। अब हमसब मिलकर देश से भाजपा को हटाएंगे और राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए दिनरात एक कर देंगे। कहा, प्रियंका गांधी जल्द कानपुर आएंगी और तिलकहॉल से रैली निकाल पूरे शहर में घूमेंगी।
प्रियंका के अंदर इंदिरा गांधी की छवि
प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी 1972 को हुआ था। उन्होंने दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से पढ़ाई की। . इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी स्कूल से साइकॉलोजी की डिग्री हासिल की। पूर्व कांग्रेसी विधायक भूदल नारायण मिश्रा कहते हैं कि, प्रियंका गांधी के अंदर उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि देखी जाती है। बताया, प्रियंका को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। हमनें अभी तक जितना उन्हें सुना और देखा वो हूबहू इंदिरा गांधी की तरह ही दिखती हैं। उनके पार्टी में आने से 2019 में जबरदस्त फाएदा होगा।
अमेठी-रायबरेली से बाहर निकलीं प्रियंका
प्रियंका गांधी ने रावर्ड वाड्रा के साथ 1997 में शादी की। रॉबर्ट वाड्रामुरादाबाद के रहने वाले हैं। प्रियंका गांधी अब तक सिर्फ रायबरेली और अमेठी में ही राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेती रही हैं। रायबरेली यानी अपनी मां सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र और भाई राहुल गांधी के लोकसभा क्षेत्र अमेठी में वो चुनाव प्रचार करती रही हैं. लेकिन अब राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद प्रियंका गांधी को भी राजनीति में उतार दिया गया है। अब राजनीति के जानकारों का कहना है कि प्रियंका के आने के बाद कांग्रेस को फाएदा होगा। उनकी रैलियां में भीड़ उमड़ती है। कांग्रेस उन्हें संभवता लोकसभा में उतार सकती है।