ईश्वरीगंज निवासी अनीता ने बताया कि पांच दिन से जिलाधिकारी और सीडीओ अरुण कुमार गांव में ढेरा जमाए हुए हैं। हमने उनसे मिलकर प्रधान और सचिव के अडिय़ल रवैए के बारे में बताया, लेकिन उन्होंने हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया। हंगामें के चलते पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। भारी संख्या में फोर्स ने हंगामा कर रहे लोगों को घेर लिया। एसडीएम सदर और सीओ ने किसी प्रकार नाराज लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया, जिसके बाद अधिकारियों के जान में जान आई।
दलित बस्ती में नहीं गए अफसर, चारों तरफ गंदगी फैली
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर ओडीएफ गांव ईश्वरीगंज का कायाकल्प किया गया है। गांव के मुख्य मार्ग से 20 कदम दूर दलित बस्ती में न कोई विकास कार्य हुए और न ही साफ.-सफाई की व्यवस्था की गई। सारे विकास कार्य गांव के मुख्य मार्ग से लेकर कार्यक्रम स्थल तक ही हुए हैं। इससे नाराज बस्ती के करीब 60-70 लोग सड़क पर उतर आए और गांव के बाहर कल्याणपुर-बिठूर मार्ग पर जमा होकर हंगामा करने लगे। यह देख पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। हंगामा कर रहे लोगों को गांव की सुरक्षा में लगी फोर्स की एक टुकड़ी ने घेर लिया। मौके पर एसडीएम सदर अभिषेक आनंद और सीओ कल्याणपुर पहुंचे, जिन्होंने नाराज लोगों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया। आश्वासन दिया कि पूरे गांव में एक समान विकास कार्य होंग। किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर ओडीएफ गांव ईश्वरीगंज का कायाकल्प किया गया है। गांव के मुख्य मार्ग से 20 कदम दूर दलित बस्ती में न कोई विकास कार्य हुए और न ही साफ.-सफाई की व्यवस्था की गई। सारे विकास कार्य गांव के मुख्य मार्ग से लेकर कार्यक्रम स्थल तक ही हुए हैं। इससे नाराज बस्ती के करीब 60-70 लोग सड़क पर उतर आए और गांव के बाहर कल्याणपुर-बिठूर मार्ग पर जमा होकर हंगामा करने लगे। यह देख पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। हंगामा कर रहे लोगों को गांव की सुरक्षा में लगी फोर्स की एक टुकड़ी ने घेर लिया। मौके पर एसडीएम सदर अभिषेक आनंद और सीओ कल्याणपुर पहुंचे, जिन्होंने नाराज लोगों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया। आश्वासन दिया कि पूरे गांव में एक समान विकास कार्य होंग। किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा।
पीएसी के जवानों ने लोगों को घेर लिया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सुरक्षा में तैनात पीएसी बल के जवानों ने जैसे ही उग्र हो रहे ग्रामीणों को देखा तो आनन-फानन में हरकत में आए। जवानों ने हंगामा कर रहे लोगों को चारों तरफ से घेर लिया। इस दौरान पीएसी के जवानों के साथ गांववाले हाथापाई पर उतर आए। स्थानीय विधायक अभिजीत सांगा ने मामला बिगड़ते देख मौके पर जाकर गांववालों को समझाया। रमेश ने बताया कि सरकारी अफसरों ने सिर्फ रसूखदार और ऊंची जाति के घरों के बाहर बने शौचालयों में मरम्मत करवाई। वहीं, हमारे यहां गंदगी की भरमार है। प्रशासन के भेदभाव के चलते हम लोगों ने विरोध कर महामहिम के सामने उनकी पोल खोलने के लिए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का यह भी कहना है की दिखावे के लिए जिस स्थान पर राष्ट्रपति का कार्यक्रम होना है, उसको साफ -सुथरा कर दिया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सुरक्षा में तैनात पीएसी बल के जवानों ने जैसे ही उग्र हो रहे ग्रामीणों को देखा तो आनन-फानन में हरकत में आए। जवानों ने हंगामा कर रहे लोगों को चारों तरफ से घेर लिया। इस दौरान पीएसी के जवानों के साथ गांववाले हाथापाई पर उतर आए। स्थानीय विधायक अभिजीत सांगा ने मामला बिगड़ते देख मौके पर जाकर गांववालों को समझाया। रमेश ने बताया कि सरकारी अफसरों ने सिर्फ रसूखदार और ऊंची जाति के घरों के बाहर बने शौचालयों में मरम्मत करवाई। वहीं, हमारे यहां गंदगी की भरमार है। प्रशासन के भेदभाव के चलते हम लोगों ने विरोध कर महामहिम के सामने उनकी पोल खोलने के लिए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का यह भी कहना है की दिखावे के लिए जिस स्थान पर राष्ट्रपति का कार्यक्रम होना है, उसको साफ -सुथरा कर दिया गया है।