सपा विजय रथ यात्रा में लेंगे सपा की सदस्यता कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में गिने जाने वाले राजाराम पाल ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। हालांकि इस खबर की चर्चा लोगों की जुबान पर छा गई है। बता दें कि राजाराम पाल रविवार को वाराणसी में कांग्रेस की किसान रैली में प्रियंका गांधी के साथ रहे और इसके बाद पार्टी छोड़ने का ऐलान भी कर दिया। पूर्व सांसद राजाराम ने कहा कि अब वह सपा के हो गए हैं। कहा कि कांग्रेस के नेताओं को यह पूर्व से अवगत था कि वे कभी भी सपा में जा सकते हैं। लखनऊ में अखिलेश यादव से बातचीत के दौरान उन्होंने विजय रथयात्रा में ही सदस्यता लेने के बाद नए आगे की राजनीति करने की इच्छा जाहिर की।
ऐसा रहा अभी तक का राजाराम का राजनीतिक सफर राजाराम पाल ने राजनीतिक कैरियर में सबसे पहले घाटमपुर विधानसभा से 1996 में बसपा के टिकट पर विधायक बने थे। इसके बाद बसपा से ही 2004 में बिल्हौर लोकसभा से सांसद निर्वाचित हुए। मगर वर्ष 2005 में कोबरापोस्ट के स्टिंग ऑपरेशन दुर्योधन में राजाराम को संसद में प्रश्न पूछने में रिश्वत के वीडियो के बाद बसपा से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। इसके बाद 2007 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की। फिर 2009 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से अकबरपुर सीट से सांसद निर्वाचित हुए। 2014 लोकसभा 2017 में महाराजपुर विधानसभा और फिर 2019 में अकबरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी बने लेकिन हार गए।