गरीबों को राशन का सही ढंग से वितरण हो सके, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटेदारों को ईपोस मशीनें दी गई थी कि इन मशीनों से राशन वितरण किया जाएगा। जिससे पात्रों को उनका पूरा राशन मिल सके, लेकिन सप्लाई इंस्पेक्टर रामचंद्र व कोटेदार विमला की मिलीभगत के कारण उस मशीन का इस्तेमाल केवल जनता को गुमराह करने के लिए ही किया जाता है। क्योंकि यहां उस मशीन का उपयोग केवल अंगूठा लगाकर जनता को गुमराह करना है।
आरोप है कि यहां लगी ई-पोस मशीन से कोई रिसीविंग पर्ची नहीं निकलती है, क्योंकि उसमें रोल ही नही लगाया जाता है। ग्रामीणों ने बताया है कि कोटेदार विमला का कहना है कि इस मशीन में हमने कभी रोल ही नहीं लगाया और ना ही कभी किसी को इसकी रिसीविंग पर्ची दी है। हम तो इसी तरह से राशन वितरण करते चले आए हैं, और इसी तरह से करेंगे। ग्रामीणों बताते हैं कि महिला कोटेदार विमला व उसका पति हेमराज दबंग प्रवृत्ति के हैं। शिकायत की बात कहने पर धमकी देते हैं।