रेनेरा हाउस एप में किराए पर कमरा लेने वाले छात्रों की पूरी जांच कराने के बाद ही उन्हें कमरा दिलाया जाएगा। एचबीटीयू के छात्र अंजनेय बसेडिया, रूपेश रंजन और हर्ष यादव ने मिलकर इस एप को तैयार किया है। इसे कानपुर जैसे बड़े शहरों को ध्यान में रख बनाया गया है। रूपेश ने बताया कि हर बड़े शहर में लगभग हजार से अधिक घर ऐसे होते हैं जिसमें केवल एक-दो बुजुर्ग ही रहते हैं। ऐसे में वह अकेलापन महसूस करते हैं। वहीं दूसरी ओर पढ़ाई करने के लिए अपने घर से दूर सैकड़ों छात्र आते हैं, जिन्हें कमरा किराए पर चाहिए होता है। रेनेरा हाउस से दोनों की जरूरतों को पूरा किया जाएगा। इस मोबाइल एप से कमरा लेने वालों की पूरी तरह से जांच भी कराई जाएगी।
इनोवेटिव आइडिया के जरिए समस्याओं को कम करने वालों को पुरस्कृत किया गया। आईआईटी कानपुर में टाई-यूपी की ओर से आयोजित मेगाबक्स 2018-19 के ग्रैंड फिनाले में नौ टीमों ने हिस्सा लिया। इन टीमों ने इनोवेटिव आइडिया के जरिए समस्याएं कम करने के बारे में बताया। जिसमें विजेता टीम को 20 हजार रुपए, प्रथम उपविजेता टीम को 15 हजार रुपए और द्वितीय उपविजेता टीम को 10 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया। द्वितीय पुरस्कार पाने वाले स्नीफर पेट को स्टेप एचबीटीआई के छात्र हर्ष त्यागी, सत्यम रस्तोगी, हरीदिमा तिवारी, सौरव यादव और प्रांजल शुक्ला ने बताया कि इसके तहत वह पालतू जानवरों को ट्रेंड कराएंगे। उनमें इंसान के प्रति लगाव और समझ विकसित करेंगे। तृतीय पुरस्कार पाने वाले आरओ प्लांट ‘एक्का रेडी’ को स्टेप एचबीटीआई के छात्र राहुल पांडेय, रिषिका सक्सेना, अर्पिता शुक्ला और मानसी सिंह ने तैयार किया है। इस प्लांट से शुद्ध पानी मिलेगा। साथ में मौसम और पसंद के मुताबिक आप कभी भी ठंडा और गर्म पानी प्राप्त कर सकेंगे।