इस दौरान प्रधान गुलाब सिंह ने कहा कि सच्चाई यह है कि इस संकट के क्षणों में इंसान को इंसान की जरूरत महसूस हो रही है। ऐसे में सभी लोगों का कर्तव्य बनता है कि एक दूसरे की मदद करने में पीछे ना हटें। कोरोना जैसी महामारी ने देश में दस्तक दी। इसके बाद कानपुर देहात के युवाओं ने गंगा जमुनी तहजीब दिखाते हुए मानवता का परिचय देने के साथ-साथ अपने घरों को लौट रहे प्रवासी मजदूरों की सहायता करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। ट्रकों एवं बसों से अपने घरों को जा रहे मजदूरों को जलपान इत्यादि कराकर उन्हें अपने गंतव्य की ओर रवाना कर दिया।
सभी एक दूसरे से कहते रहे कि कोई भी बस हो या ट्रक पर बैठे प्रवासी मजदूर भूखे न जाने पाएं। इस सराहनीय कार्य को देख वहां से गुजर रहे प्रवासियों द्वारा बराबर की जाती रही। सरवनखेड़ा प्रधान गुलाब सिंह द्वारा लोगों को जरूरतमंदों को समुचित संसाधन पहुंचाने की अपील की। इस दौरान युवाओं ने वाहनों में चढ़कर लोगों तक जलपान पहुंचाया। ग्राम प्रधान ने कहा कि इस दौरान सोशल डिस्टेंस का विशेष रूप से ख्याल रखा गया। इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों में भी जरुरतमंदो को जलपान कराया गया।