कानपुर की फैक्ट्रियों में बनी रिवाल्वर की मांग मुम्बई तक थी। मेड इन कानपुर की रिवाल्वर फिल्मी हस्तियों की पहली पसंद थीं। मार्क सीरीज के बाद निर्भीक को लांच किया गया। फिर इसके बाद निशंक और अनमोल रिवाल्वर का भी जादू चला। लेकिन आज की नई पीढ़ी को रिवाल्वर का कोई शौक नहीं रहा।
२०१८ के पहले यूपी में दो साल तक नए रिवाल्वर लाइसेंस बनने पर रोक थी। जिसके चलते रिवाल्वर की बिक्री ठप पड़ गई थी। फील्ड गन फैक्ट्री के जीएम अनिल कुमार ने बताया कि यूपी में नए लाइसेंस पर रोक हटने के बावजूद स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। आज का युवा वर्ग रिवाल्वर नहीं रखना चाहता।
रिवाल्वर की जगह हाईटेक टैबलेट और गैजेट ने ले ली है। हाथों में मल्टीपरपज गैजेट का शौक युवाओं में ज्यादा देखा जा रहा है। महंगा मोबाइल भी अब स्टेटस सिंबल में शामिल है। आईफोन ने युवाओं को खासा आकर्षित किया है। युवा वर्ग सोशल मीडिया पर ज्यादा समय देता है।
आजकल के माहौल में युवा तनाव में भी घिरा रहता है। पढ़ाई के अलावा कई कारण ऐसे होते हैं जब युवा वर्ग मानसिक दबाव से घिरा रहता है, ऐसे में उसके हाथ में रिवाल्वर होना उसके और दूसरे के लिए भी खतरा बन सकता है। घर में किसी बच्चे के हाथ में रिवाल्वर लग जाना भी खतरा हो सकता है।