सब कुछ नार्मल होने पर भी खतरा
अगर आपके सीने में दर्द या एंजाइना के कोई लक्षण नहीं हैं और टीएमटी, इको और ईसीजी नार्मल है तो ये मत समझिए कि आप हार्टअटैक के खतरे से दूर हैं। ३० फीसदी ब्लॉकेज में भी हार्टअटैक की आशंका रहती है। ज्यादातर लोगों को खराब दिनचर्या के बावजूद हार्टअटैक के रिस्क फैक्टर का पता नहीं चल पाता और कभी भी वे इसके शिकार बन सकते हैं। ये लोग लापरवाह जीवनशैली में जीते हैं।
अगर आपके सीने में दर्द या एंजाइना के कोई लक्षण नहीं हैं और टीएमटी, इको और ईसीजी नार्मल है तो ये मत समझिए कि आप हार्टअटैक के खतरे से दूर हैं। ३० फीसदी ब्लॉकेज में भी हार्टअटैक की आशंका रहती है। ज्यादातर लोगों को खराब दिनचर्या के बावजूद हार्टअटैक के रिस्क फैक्टर का पता नहीं चल पाता और कभी भी वे इसके शिकार बन सकते हैं। ये लोग लापरवाह जीवनशैली में जीते हैं।
ब्लॉकेज होने पर भी हो सकता बचाव
अगर किसी को 70 फीसदी हार्ट ब्लॉकेज है तो भी वह इसके खतरे से बच सकता है। इसके लिए जरूरी है सही दिनचर्या। आईएमए के कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिशनर (सीजीपी) की वार्षिक कार्यशाला में दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल के डॉ. रंजन मोदी ने बताया कि ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्राल लेविल, तनाव कंट्रोल है, बीड़ी सिगरेट, तम्बाकू बंद है, मोटापा नहीं है। नियमित व्यायाम कर रहे हैं तो हार्टअटैक की आशंका बिल्कुल कम कर सकते हैं। कार्डियोलॉजी के विशेषज्ञ डॉ. उमेश्वर पाण्डेय ने कहा कि हार्ट अटैक अधिकांश तौर पर रोकी जाने वाली बीमारी है। नियमित चेकअप कराएं।
अगर किसी को 70 फीसदी हार्ट ब्लॉकेज है तो भी वह इसके खतरे से बच सकता है। इसके लिए जरूरी है सही दिनचर्या। आईएमए के कॉलेज ऑफ जनरल प्रैक्टिशनर (सीजीपी) की वार्षिक कार्यशाला में दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल के डॉ. रंजन मोदी ने बताया कि ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्राल लेविल, तनाव कंट्रोल है, बीड़ी सिगरेट, तम्बाकू बंद है, मोटापा नहीं है। नियमित व्यायाम कर रहे हैं तो हार्टअटैक की आशंका बिल्कुल कम कर सकते हैं। कार्डियोलॉजी के विशेषज्ञ डॉ. उमेश्वर पाण्डेय ने कहा कि हार्ट अटैक अधिकांश तौर पर रोकी जाने वाली बीमारी है। नियमित चेकअप कराएं।
बढ़ती उम्र में भी दिल रहेगा जवान
शरीर का हर अंग बढ़ती उम्र के साथ बूढ़ा होता है, पर दिल जवान रह सकता है पर अगर आप चाहें तो। इसे खराब होने से बचाया जाए तो दिल ३०० साल तक स्वस्थ रह सकता है। दिल की मांसपेशियों की लाइफ लम्बी होती है। दिल की बीमारी मिडिल एज बीमारी है यानी 40 से 55 वर्ष तक के लोगों को अधिकांश यह बीमारी घेरती है। इसलिए हर संभव नियमित जांच कराते रहें।
शरीर का हर अंग बढ़ती उम्र के साथ बूढ़ा होता है, पर दिल जवान रह सकता है पर अगर आप चाहें तो। इसे खराब होने से बचाया जाए तो दिल ३०० साल तक स्वस्थ रह सकता है। दिल की मांसपेशियों की लाइफ लम्बी होती है। दिल की बीमारी मिडिल एज बीमारी है यानी 40 से 55 वर्ष तक के लोगों को अधिकांश यह बीमारी घेरती है। इसलिए हर संभव नियमित जांच कराते रहें।
६५ की उम्र में भी रहें जवान
अगर आपका शरीर फिट हैं तो 65 वर्ष की उम्र में भी युवा जैसा जीवन जिएंगे। 80 के बाद बुढ़ापे की श्रेणी में आएंगे। ये बातें केजीएमयू के जिरयाट्रिक मेडिसिन विभाग के डॉ. श्रीकांत श्रीवास्तव ने कहीं। अगर चश्मा भूल रहे हैं, जेब में पैसा डालना या रुपए गिनना भूल रहे हैं तो यह अस्थायी है। इसे रोका जा सकता है। आमतौर पर ४० के बाद दिमाग बूढ़ा होने लगता है पर अगर सावधानी बरतें तो ७० साल तक दिमाग जवान बना रह सकता है।
अगर आपका शरीर फिट हैं तो 65 वर्ष की उम्र में भी युवा जैसा जीवन जिएंगे। 80 के बाद बुढ़ापे की श्रेणी में आएंगे। ये बातें केजीएमयू के जिरयाट्रिक मेडिसिन विभाग के डॉ. श्रीकांत श्रीवास्तव ने कहीं। अगर चश्मा भूल रहे हैं, जेब में पैसा डालना या रुपए गिनना भूल रहे हैं तो यह अस्थायी है। इसे रोका जा सकता है। आमतौर पर ४० के बाद दिमाग बूढ़ा होने लगता है पर अगर सावधानी बरतें तो ७० साल तक दिमाग जवान बना रह सकता है।