कानपुर

एक ऐसा परिषदीय विद्यालय जहां पढ़ाई के दौरान लगती है सब्जी बाजार, यहां की है अजीब प्रथा

जिले का एक ऐसा विधालय, जहाँ स्कूल की पढाई के स,मय सजती है सब्जी बाजार, बच्चे भी रहते हैं मशगूल, जिम्मेदार फिर भी हैं लापरवाह।

कानपुरNov 13, 2018 / 11:21 pm

Arvind Kumar Verma

एक ऐसा परिषदीय विद्यालय जहां पढ़ाई के दौरान लगती है सब्जी बाजार, यहां की है अजीब प्रथा

कानपुर देहात-परिषदीय विद्यालयों के हालात ऐसे है कि जहां बच्चों की पढ़ाई की जगह है, वहां सब्जी की बाजार सजती है। ठंड के मौसम जब बच्चे खुले मैदान में बैठकर पढ़ाई करते हैं। उस दौरान सब्जियों की बाजार उस मैदान में सज जाती है। जबकि सरकार परिषदीय विद्यालयों की स्थितियां सुधारने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है। ऐसा ही कुछ आलम भोगनीपुर के मलासा ब्लाक के प्राथमिक स्कूल सनायाखेड़ा का है, जहां शिक्षकों की मिलीभगत की वजह से स्कूल परिसर में ही सब्जी बाजार सज रही है। परिसर में ही चाट, पकौड़े की दुकानें लगती हैं। विक्रेता सब्जी बेचने को भाव की बोली लगाते हैं तो बच्चों एकाग्रता भंग होती है और बच्चे भी खेलकूद में मस्त हो जाते हैं, इन हालातों में भविष्य के नौनिहालों की पढ़ाई संभव नहीं हो पा रही है और जिम्मेदार अपने कार्यों में व्यस्त है। नौनिहालो का भविष्य दांव पर लगा है।
 

शासनादेश के अनुसार स्कूल परिसर में सब्जी बाजार या फिर कोई समारोह आयोजन की छूट नहीं है। फिर भी इधर मलासा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सनायाखेड़ा में नियम कायदे ताक पर रखे गए हैं। स्कूल परिसर में ही सोमवार को साप्ताहिक हाट बाजार सजती है। परिसर में सब्जी दुकानदार तेज तेज चिल्लाते हैं। चाट, पकौड़े की दुकानें लगने से बच्चे पढ़ाई के बजाए चाट, पकौड़े खाने की फिराक में बने रहते हैं। सहायक शिक्षक रीता देवी, रसोइया मंजू देवी व पप्पी देवी ने बताया कि प्रधानाध्यापक सुनीता देवी सहित शिक्षक रहते हैं। उन्हीं के सहमति पर साप्ताहिक बाजार स्कूल परिसर में लगती है। इससे बच्चों की एकाग्रता भंग होती है। बच्चे चाट, पकौड़े आदि की दुकानों पर जाकर खड़े रहते हैं। बीईओ अरुणोदय सचान ने बताया कि प्राथमिक स्कूल सनायाखेड़ा परिसर सब्जी बाजार लगने की जानकारी नहीं है। प्रधानाध्यापक से जवाब तलब किया गया है। स्कूल परिसर में बाजार नहीं लगने दी जाएगी।

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