दरअसल मंगलवार को इलाहाबाद विश्वविधालय में छात्रसंघ के कार्यक्रम में शरीक होने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जा रहे थे। लखनऊ एयरपोर्ट से उतरने के बाद उन्हें जाने से रोक दिया गया।अखिलेश यादव को इलाहाबाद जाने से रोके जाने की जानकारी मिलते ही कानपुर देहात में सपा के जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह की अगुवाई में सपा कार्यकर्ताओं ने पुखरायां बस स्टाप के पास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकने का प्रयास किया। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे सीओ महेंद्र पाल सिंह, कोतवाल शिवकुमार सिंह राठौर ने सपाइयों के हांथो से पुतला छीन लिया।
इस पर गुस्साए सपा कार्यकर्ता पुलिस के सामने ही सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। वहीं थोड़ी देर बाद पुखरायां पहुंचे सपा के जिलाध्यक्ष समरथ पाल ने भी कार्यकर्ताओं के साथ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने सपाइयों को गिरफ्तार कर लिया और कोतवाली ले गई। इधर कोतवाली पहुंचे उपजिलाधिकारी राजीव राज ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन सपाई नहीं माने। इस पर पुलिस ने गिरफ्तार किये गए सपाईयों की सूची एसडीएम को सौंप दी। बाद में एसडीएम ने थाने से ही सभी को निजी मुचालके पर छोड़ दिया।
कोतवाल शिव कुमार सिंह ने बताया कि 80 सपाईयों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरसेन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश को रोकना हिटलरशाही रवैया बताया। उधर रसूलाबाद में थानाध्यक्ष की मौजूदगी में मुलायम यूथ बिग्रेड के राष्ट्रीय सचिव आलोक रत्न की अगुवाई में चौराहे पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका और नारेबाजी की। अकबरपुर शहर के अंडरपास चौराहा पर युवजन सभा प्रदेश सचिव सौरभ यादव के नेतृत्व में पहुंचे सपाइयों ने सरकार का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। इस घटना के बाद से जिले की पुलिस सक्रिय दिख रही है।