पीएम की अपील दिल को छुई
लॉकडाउन पार्ट 2 लागू करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से अपील करी थी कि गरीब परिवार की मदद करे। जिससे वो भूखे न रहें। प्रधानमंत्री की इस अपील का असर कानपुर के चार स्कूली छात्रों पर ऐसा चढ़ा कि उन्होंने अपनी जमापूंजी के अलावा परिजनों से मिली जमापूंजी करीब 23500 सौ रुपये से राशन खरीदकर 52 गरीब परिवारों में वितरित कर दिया। बच्चों के इस नेक कार्य की चर्चा पूरे शहर में है।
साइकिल के लिए जमा किए थे पैसे
आठवीं क्लास में पढ़ने वाली अर्पिता ने बताया कि साइकिल खरीदने के लिए मैं गोल्लक में पैसे रख रही थी। कोरोना वायरस के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाॅकडाउन के ऐलान के साथ देशवासियों से जरूरतमंदों की मदद की अपील की थी। प्रधानमंत्री की इस अपील को सुन हमनें तत्काल गुल्लक तोड़ दी। पांच हजार रूपए से राशन खरीदा और झुग्गी-झोपड़ी में जाकर 20 परिवार को दाल-रोटी की समाग्री दी।
फिर चारों ने तोड़ी गोल्लक
अर्पिता के इस कार्य को देख उसके बड़े भाई ने भी जोड़ी पाॅकेटमनी को जरूरतमंदों के नाम करने का प्रण लिया। अर्पिता के भाई के साथ उसके क्लास के दो अन्य छात्र भी कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में उतर गए। चारों ने करीब 23500 से राशन खरीदकर 52 जरूरतमंद लोगो में बांट दिया। अर्पिता ने बताया कि 3 मई तक अब कानपुर में कोई भी भूखा नहीं सोएगा। हमारे माता-पिता व मोहल्ले के लोग भी अब सहयोग कर रहे हैं। हरदिन सात से आठ हजार रूपए हमें मिलते हैं। इन पैसों से हम चारों गरीबों के भोजन की व्यवस्था करते हैं।
भाजपा सांसद पहुंचे बच्चों के घर
स्कूली बच्चो के इस नेक कार्य की जानकारी जब जब भाजपा भाजपा सांसद सत्यदेव पचैरी को हुई तो वह उनके घर पर पहुंचे। उनकी हौसला आफजाई की। सांसद ने कहा कि बच्चों ने अपनी बचत के पैसो से राशन खरीदकर गरीबों में वितरित किया है, जो एक मिशाल है। भाजपा सांसद ने कहा कि भारत में जब-जब संकट आया है तब-तब युवा, बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं आगे आकर मुकाबला किया है। यही वजह है कि भारत का परचम पूरी दुनिया में लहराता है। भाजपा सांसद ने कहा कि बच्चों के जज्बे को देख हम सकते हैं कि 3 मई तक भारत कोरोना पर जीत दर्ज कर लेगा।