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पदसमाप्त होने की खबर पर भड़के शिक्षक, नौकरी बचाने के लिए छेड़ेंगे आदोलन

locationकानपुरPublished: Oct 07, 2019 02:07:35 pm

कानपुर समेत कई जिलों में १० को निकलेगा मशाल जुलूस
शिक्षका और छात्र संख्या के आंकलन का जताया विरोध

पदसमाप्त होने की खबर पर भड़के शिक्षक, नौकरी बचाने के लिए छेड़ेंगे आदोलन

पदसमाप्त होने की खबर पर भड़के शिक्षक, नौकरी बचाने के लिए छेड़ेंगे आदोलन

कानपुर। शासन द्वारा माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के ४० हजार पद समाप्त किए जाने की घोषणा के बाद प्रदेश के शिक्षकों में खलबली मच गई है। पदों के समाप्त होने और समायोजन के डर से शिक्षकों में आक्रोश पनपने लगा है। वे अब इसके व्यापक विरोध को तैयार हैं। शासन के इस फैसले के विरोध में उप्र शिक्षक महासंघ 10 अक्तूबर को कानपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में मशाल जुलूस निकालेगा। इसके बाद भी अगर शासन ने मांगे न मानीं तो सारे शिक्षक लखनऊ जाकर भी अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
शुरू हुई पदो के पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया
मानकों के ऐतबार से शिक्षक पदों के पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शासन स्तर से टास्कफोर्स तैयार कर सभी विद्यालयों से शिक्षकों और छात्रों की संख्या एक विशेष फॉर्मेट पर जुटाई जा रही है। मानक के अनुसार शिक्षकों की संख्या सरप्लस होने पर समायोजन और पूर्व में भेजे गए अधियाचित पदों की संख्या लगभग समाप्त हो जाने की संभावना जताई जा रही है।
महासंघ ने जताया विरोध
विधान परिषद में नेता शिक्षक दल और महासंघ के संयोजक ओमप्रकाश शर्मा ने टास्कफोर्स का गठन कर विद्यालयों में शिक्षक और छात्र संख्या का आंकलन किए जाने का विरोध किया है। उन्होंने प्रमुख सचिव (माध्यमिक शिक्षा) को पत्र लिखकर कहा कि जिलाधिकारियों को जिस पत्र के माध्यम से इसके निर्देश दिए गए हैं, उसका कुछ हिस्सा पूरी तरह आपत्तिजनक है। इसमें उन्होंने कहा है कि छात्र संख्या में आई गिरावट किसी से छिपी नहीं है। संयोजक राकेश तिवारी ने बताया कि मशाल जुलूस 10 अक्तूबर को शिक्षक पार्क से निकाला जाएगा जो फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा तक जाएगा। अगर मांगें न मानी गईं तो 06 नवंबर को शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर लखनऊ भी जाएंगे।
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