सरकारी व अद्र्धसरकारी कॉलेजों में स्नातक के छात्र-छात्राओं को ही स्वकेंद्र का लाभ मिला है। जबकि परास्नातक के छात्रों को दूसरे कॉलेजों में बनाए गए सेंटर पर परीक्षा देने जाना होगा। इस बार स्नातक में छात्रों की अधिक संख्या के कारण सरकारी व अद्र्धसरकारी कॉलेजों के छात्रों को लाभ मिला है लेकिन अगले वर्ष उन्हें भी दूसरे सेंटर पर परीक्षा देनी होगी।
स्नातक और परास्नातक की परीक्षाएं २६ फरवरी से शुरू हो रही हैं। इसके लिए ५४० केन्द्र निर्धारित किए गए हैं। इनकी सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपडेट कर दी गई है। पिछली बार १५०० से अधिक छात्र संख्या पर स्वकेंद्र की सुविधा दी गई थी। इस बार जिन कॉलेजों में १२५ से इससे अधिक छात्राओं की संख्या पर स्वकेंद्र की सुविधा दी गई है।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रदेश सरकार के फैसले के अनुसार २०१६, २०१७ और २०१८ में नकल कराने वाले ४९ कॉलेजों को डिबार घोषित किया है। इन्हें इस बार परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। इसके अलावा जिन कॉलेजों में सीसीटीवी नहीं लगे हुए हैं उन्हें भी परीक्षा केंद्रों की सूची से बाहर रखा गया है।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि १८ फरवरी तक सभी के प्रवेश पत्र जारी कर दिए जाएंगे। अगर किसी छात्र को कोई परेशानी होती है तो वह सीधे विश्वविद्यालय में आकर शिकायत कर सकता है।