दुनिया की इस सूची में वे भारतीय शामिल हैं, जिनकी न्यूनतम संपत्ति एक हजार करोड़ रुपए है। पहले नंबर पर रिलांयस ग्रुप के मुकेश अंबानी काबिज हैं। यूपी में सबसे ज्यादा धनाढ्य कानपुर रहते हैं। साइबर सिटी नोएडा, गुडग़ांव जैसे शहर अरबपतियों के मामले में कानपुर से पीछे हैं। कपड़ा कारोबार में देश के सबसे बड़ा शहर सूरत में आठ शीर्ष उद्योगपति रहते हैं और कानपुर में सात।
कानपुर में जेके सीमेंट के यदुपति सिंहानिया उत्तर प्रदेश की सबसे धनाढ्य शख्सियत हैं। एक साल में उनकी संपत्ति में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पूरे देश की बात करें तो वह 186वें स्थान पर काबिज हैं। इस सूची में घड़ी समूह परिवार (आरएसपीएल ग्रुप) के पांच सदस्यों ने भी नाम दर्ज कराया है। मुरलीबाबू 2100 करोड़ की संपत्ति के साथ दुनिया के 419वें सबसे अमीर भारतीय हैं। एक साल में उनकी संपत्ति 17 प्रतिशत बढ़ी है। उनके भाई बिमल ज्ञानचंदानी के पास 1800 करोड़ रुपए हैं और वह दुनिया के 484वें सबसे रईस भारतीय हैं। सालभर में उनकी संपत्ति में 6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसके अलावा राहुल, रोहित और मनोज ज्ञानचंदानी तीनों के पास अलग-अलग 1100 करोड़ रुपए की संपत्ति हैं। तीनों की रैंक 741 है और तीनों की संपत्ति में समान रूप से 10-10 फीसदी की वृद्धि हुई है। अपने परिवार में भी मुरलीबाबू सबसे धनाढ्य हैं। उनकी संपत्ति अपने भाई बिमल ज्ञानचंदानी से 300 करोड़ ज्यादा है।