शकील ने एटीएस को बताया है कि मिनहाज का मानना था कि प्रेशर कुकर बम साइज में बड़ा होने के कारण सार्वजनिक स्थानों पर रखने में समस्याएं आती हैं। ऐसे में लोगों के शंका होने का भय भी रहता है। इसलिए वह छोटे आकार एवं बड़ा धमाका करने वाले बम की तलाश में था। तब उसने केरल की एक घटना से फ्रूट बम बनाने का खयाल आया।
केरल में जून 2020 में तस्करों ने गर्भवती हथिनी को मारने के लिए अनानास फल में बम रखा था। जैसे ही हथिनी ने खाया तो फ्रूट बम फटते ही उसकी मौत हो गई। मिनहाज फ्रूट बम में बम की बजाय फ्रूट के अंदर हैंड ग्रेनेड रखने की तैयारी में था। ग्रेनेड में पिन निकालने की जगह फ्रूट को दबाकर विस्फोट करने के तरीके पर काम चल रहा था। योजना के मुताबिक किसी भीड़भाड़ वाले स्थान पर रखने पर जानवर के खाते ही विस्फोट होने से तमाम लोग हताहत हो जाते।